
Assemblyelection2023 : मध्य प्रदेश विधान चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) में टिकट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के कई नेताओं ने बागी रुख अपनाया है. उन्हीें में से एक हैं बुरहानपुर में बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान (NandKumar Singh Chouhan) के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान. बागी हर्षवर्धन सिंह चौहान (Harsh Vardhan Singh Chouhan) ने उन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है, जिसमें यह कहा गया था कि उनके और केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Minister of Home Affairs of India Amit Shah) के बीच फोन पर चर्चा हुई है लेकिन हर्षवर्धन सिंह चौहान ने इससे इनकार किया है.
हर्षवर्धन सिंह ने क्या कहा?
हर्षवर्धन सिंह चौहान का कहना है कि "उन्हें प्रदेशस्तरीय बीजेपी नेताओं के फोन जरूर आए हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री अमित शाह का उन्हें अब तक फोन नहीं आया है. मैं चुनाव मैदान में उतर गया हूं. उन्होंने कहा विरोधियों द्वारा उनके खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही है."
लोकसभा उपचुनाव में नहीं मिली थी टिकट
गौरतलब है बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान का कोरोना काल (Covid-19) में निधन हो गया था. लोकसभा उपचुनाव में उनके पुत्र हर्षवर्धन चौहान के लिए परिवार ने टिकट की मांग की थी, लेकिन उनको पार्टी टिकट नहीं दिया और नंदकुमार सिंह चौहान के खास समर्थक रहे ज्ञानेश्वर पाटील को टिकट दिया. उसके बाद हर्षवर्धन चौहान ने पार्टी में नए सिरे से काम करना शुरू किया और विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर सीट से टिकट की मांग की लेकिन पार्टी ने बुरहानपुर सीट से पूर्व मंत्री व बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनीस पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया.
30 अक्टूबर को हर्षवर्धन सिंह चौहान की नामांकन रैली हुई थी और गांधी चौक में जनसभा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. इस पर बीजेपी में घबराहट शुरू हो गई, इस बीच मीडिया में खबरें आईं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हर्षवर्धन सिंह चौहान से फोन पर चर्चा की है. जिसमें हर्षवर्धन सिंह चौहान ने अमित शाह से कहा कि अब वह आपके पास निर्दलीय चुनाव जीत कर ही आएंगे. लेकिन हर्षवर्धन सिंह चौहान ने इस बात से साफ इंकार कर दिया.
यह भी पढ़ें : MP Election 2023 : डिंडोरी में लाड़ली बहनों ने उतारी शिवराज की नजर, CM ने कहा- आप ही तो हैं मेरी रक्षक