हरसूद विधानसभा सीट : इस आदिवासी क्षेत्र के अपराजेय योद्धा हैं कुंवर शाह, लगातार 8वीं बार मकड़ाई घराने को मिली 'विजय'

Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : कुंवर विजय शाह मकड़ाई राजघराने के वंशज हैं. पहला विधानसभा चुनाव 1990 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर ही लड़ा था, उसके बाद से लेकर अब तक वे लगातार 8 चुनावों में अपराजित प्रत्याशी रहे हैं. वे मध्य प्रदेश कैबिनेट में दिग्गज मंत्री रहे हैं, उमा भारती की सरकार से लेकर अब तक 8 पारी में 5 मंत्रालय संभाल चुके है.

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Madhya Pradesh Results 2023 : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) के परिणाम आ चुके हैं. कई सीटों पर उलटफेट हुआ तो कुछ जगह रिकॉर्ड भी बना. कहीं किसी सीट पर वर्षाें से जीतते आ रहे प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा, तो कहीं किसी क्षेत्र में उम्मीदवार को एक और कार्यकाल का तमगा मिला. ऐसा ही एक कीर्तिमान अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हरसूद सीट (Harsud Assembly Election Results 2023) पर देखने को मिला. हरसूद आदिवासी सीट (ST Seat) पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) कुंवर विजय शाह (Kunwar Vijay Shah) ने एक बार फिर खुद को अपराजेय योद्धा साबित कर दिया है. कुंवर विजय शाह ने इस बार लगभग 60 हजार वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के सुखराम साल्वे को चुनावी मैदान में पराजित किया है. इस बार विजय शाह को 1 लाख 16 हजार 580  मत मिले हैं, जबकि साल्वे को 56 हजार 584 वोट मिले हैं. दोनों के बीच 59 हजार 996 वोटों का अंतर रहा.

1990 से कायम है कुंवर की 'बादशाहत'

कुंवर विजय शाह मकड़ाई राजघराने के वंशज हैं. पहला विधानसभा चुनाव 1990 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर ही लड़ा था, उसके बाद से लेकर अब तक वे लगातार 8 चुनावों में अपराजित प्रत्याशी रहे हैं. वे मध्य प्रदेश कैबिनेट में दिग्गज मंत्री रहे हैं, उमा भारती की सरकार से लेकर अब तक 8 पारी में 5 मंत्रालय संभाल चुके है. मंत्री रहते हुए उनको तीन बार आदिम जाति कल्याण विभाग, दो बार वन विभाग सहित एक-एक बार स्कूल शिक्षा विभाग, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मिला.

28 वर्ष की उम्र में पहली बार बीजेपी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले कुंवर विजय शाह खुद तो गोंड समुदाय से आते हैं लेकिन उनकी कोरकू समुदाय में भी गहरी पकड़ है. यही वजह है कि कांग्रेस उनके गढ़ में सेंध नहीं लगा पा रही है.

कुंवर विजय शाह की पत्नी भावना शाह 2011 से 2015 तक खंडवा महापौर रह चुकी हैं. इनके बेटे दिव्यादित्य शाह इस समय जिला पंचायत उपाध्यक्ष और बीजेपी युवा मोर्चा में जिला उपाध्यक्ष के पद पर हैं.

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पिछले चुनावी परिणाम कुछ इस तरह थे

मालवा क्षेत्र में मौजूद है खंडवा जिला, यही बसा है हरसूद विधानसभा क्षेत्र. यह क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 1 लाख 96 हजार 152 मतदाता थे. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार कुंवर विजय शाह को 80 हजार 556 वोट देकर विधायक बनाया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सुखराम साल्वे को 61 हजार 607 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था.

2013 में हुए विधानसभा चुनाव में हरसूद विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार कुंवर विजय शाह ने ही जीत हासिल की थी. तब उन्हें 73 हजार 880 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार सूरज भानु सोलंकी को 30 हजार 309 वोट मिल पाए थे. 

इसी तरह 2008 विधानसभा चुनाव में हरसूद विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार कुंवर विजय शाह को कुल 56 हजार 401 वोट हासिल हुए थे और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता कासदे दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 35 हजार 360 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था.

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