
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव के संकेत दिए हैं. जानकारी के अनुसार, दोनों राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा जल्द कर सकती है.
दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान देर से भाजपा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने से सियासी नुकसान हुआ था. अब भाजपा नहीं चाहती है कि फिर से उस गलती को दोहराय. यही वजह है कि भाजपा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर सकती है. दरअसल, यह पहला मौका है कि भाजपा ने किसी विधानसभा चुनाव से तीन महीने पहले ही उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरू किया है.
MP-CG में कमजोर सीटों पर फोकस
बुधवार को भाजपा मुख्यालय में पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मौजूदगी में केंद्रीय चुनाव समिति ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की B,C,D कैटेगरी की सीटों पर विस्तार से चर्चा की. इस दौरान छत्तीसगढ़ में Bऔर C कैटेगरी की 22 सीटों और D कैटेगरी की 5 सीटों पर चुनावी रणनीति के बाबत चर्चा हुई. वहीं विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चार कैटेगरी यानि A,B,C,D कैटगरी में सीटों को बांटा गया है.
इस आधार पर बांटी गई सीटें
- A कैटेगरी की सीटों पर बीजेपी यहां से लगातार जीत हासिल करती रही है.
- B कैटगरी की सीटों पर जीत हार होती रही है.
- C कैटेगरी में वो सीटें रखी गई हैं, जहां से बीजेपी लगाातार दो बार हारी है.
- D कैटेगरी की सीटों पर बीजेपी ने कभी भी जीत हासिल न की हो.
दरअसल, भाजपा की पूरी रणनीति उन सीटों को हासिल करने के लिए बन रही है जहा कमजोर सीटें हैं. वहीं केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष के साथ मुलाकात लगभग डेढ़ घंटे तक चली. बता दें कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तारीख का ऐलान अभी तक नहीं हुआ है. हालांकि इससे पहले बीजेपी की इस बैठक का होना काफी मायने रखता है.