Madhya Pradesh Assembly Elections: मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी की सोमवार को जारी चौथी सूची में सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan)और उनके 24 मंत्रियों सहित 57 मौजूदा विधायकों के चुनावी भाग्य पर सस्पेंस खत्म हो गया,लेकिन अब ये देखना बाकी है कि 68 मौजूदा विधायकों की चुनावी संभावनाओं का क्या होता है,जिनमें 9 मंत्री भी शामिल हैं.इनमें से कुछ नाम हैं- महेंद्र सिंह सिसौदिया,ओपीएस भदोरिया,बृजेंद्र सिंह यादव और सुरेश धाकड़. ये सभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं.इसके अलावा बीजेपी और संघ की करीबी उषा ठाकुर और इंदर सिंह परमार (Usha Thakur and Inder Singh Parmar),बालाघाट से आनेवाले कद्दवार मंत्री गौरीशंकर बिसेन और रामखेलावन पटेल भी शामिल हैं.
136 की लिस्ट में इन 8 के अलावा कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया(Yashodhara Raje Scindia) का नाम नहीं है,वैसे यशोधरा स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पहले ही दौड़ से बाहर हो गई हैं.हालांकि जानकारों का कहना है कि शिवपुरी सीट से उनके खिलाफ मजबूत सत्ता विरोधी लहर के कारण उन्हें बाहर होने के लिए मजबूर होना पड़ा.
अभी तक बीजेपी ने सिर्फ 2 मौजूदा विधायकों सीधी से केदारनाथ शुक्ला और नरसिंहपुर के विधायक जालम सिंह पटेल का टिकट काटा है लेकिन सूत्रों के मुताबिक अगली लिस्ट में कई नामों पर तलवार चल सकती है,पार्टी को अब 94 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित करने हैं,जिनमें 67 मौजूदा विधायक शामिल हैं.
कांग्रेस ने खुद अभी तक एक भी नाम का ऐलान नहीं किया है लेकिन बीजेपी पर तंज कस रही है,वहीं बीजेपी ने भी पलटवार किया है.गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने कहा हमारी पिछली लिस्ट भी धमाकेदार थी आने वाली भी धमाकेदार होगी आप देखेंगे आने वाले चुनावों में धमाके होने वाले हैं.
डॉ नरोत्तम मिश्रा
वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा पता नहीं क्यों BJP की ओर से हमारी लिस्ट का बहुत बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है,परसों ही बैठक हुई थी जिसमें ख़ुद कमलनाथ ने बयान दिया था कि 140 नाम फाइनल हुए हैं.हम अपनी लिस्ट कड़वे दिनों में जारी नहीं करना चाहते और हमारी लिस्ट के बाद कोई विरोध नहीं होगा …बल्कि BJP में हर रोज़ लिस्ट जारी होने के बाद विरोध के स्वर सभी ज़िलों से निकले हैं.
रागिनी नायक
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की अगली सूची नवरात्रि में जारी हो सकती है और इसी लिस्ट में सबसे अधिक विधायकों,मंत्रियों के टिकट कटने का ऐलान होगा, मकसद ये भी है कि त्योहारी मौसम में नाम जारी करने से टिकट से वंचित लोगों के समर्थकों का विरोध भी कम हो सकता है,क्योंकि ज्यादातर लोग त्योहारों में व्यस्त होंगे.
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