सिर्फ एक रास्ता जिससे बच सकती है पाकिस्तान की कंगाल होती अर्थव्यवस्था, ADB की भविष्यवाणी

बैंक के अनुसार, पाकिस्तान की जीडीपी में मामूली सुधार होने की उम्मीद है जो वित्तीय वर्ष 2024 में 1.9% तक पहुंच जाएगी. वित्त वर्ष 2023 में 0.3 प्रतिशत से यह मामूली सुधार को दर्शाता है.  

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सिर्फ तरीके से सुधर सकती है पाकिस्तान की आर्थिक हालत

इस्लामाबाद : लंबे समय से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट (Pakistan Economic Crisis) में है. राजनीतिक अस्थिरता में डूबे देश की अवाम को दूर-दूर तक राहत नजर नहीं आ रही है. लेकिन एशियाई विकास बैंक (Asian Development Bank) ने पाकिस्तान की आर्थिक संभावनाओं को लेकर उम्मीद जाहिर की है. एडीबी का कहना है कि सुधार कार्यक्रम और आगामी चुनाव (Pakistan Elections 2023) से देश की अर्थव्यवस्था में निवेशकों का विश्वास दोबारा लौट सकता है.

पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट जियो टीवी की खबर के अनुसार, सितंबर 2023 के एशियन डेवलेपमेंट आउटलुक (ADO) के मुताबिक पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि में मामूली सुधार होने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 2023 में 0.3 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 1.9 प्रतिशत हो सकती है लेकिन मुद्रास्फीति का दबाव जारी रहने की उम्मीद है. इसका मतलब है कि मामूली सुधार के बाद भी लोगों को महंगाई से राहत नहीं मिलेगी.

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एडीबी ने जताई मामूली सुधार की उम्मीद
एडीबी ने फूड सप्लाई के सामान्य होने के चलते वित्त वर्ष 2023 में 29.2 प्रतिशत दर की तुलना में वित्त वर्ष 2024 में 25 प्रतिशत की मुद्रास्फीति दर का भी अनुमान लगाया है. बैंक के अनुसार, पाकिस्तान की जीडीपी में मामूली सुधार होने की उम्मीद है जो वित्तीय वर्ष 2024 में 1.9% तक पहुंच जाएगी. वित्त वर्ष 2023 में 0.3 प्रतिशत से यह मामूली सुधार को दर्शाता है.  

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पाकिस्तान में कब होंगे चुनाव?
 

वित्त वर्ष 2023 में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को भयानक बाढ़, वैश्विक कीमतों में वृद्धि और राजनीतिक अस्थिरता जैसी कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इससे देश की जीडीपी घटी और मुद्रास्फीति बढ़ती चली गई.

अब देश में चुनाव होने वाले हैं जिन पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं. चुनाव की तारीखों को लेकर पहले सरकार और विपक्ष, फिर सरकार और न्यायालय और अब चुनाव आयोग और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आमने-सामने हैं.
 

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