मध्य प्रदेश के रीवा शिक्षा विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. एक व्यक्ति को उसकी मां की मौत के बाद फर्जी नियुक्ति दे दी गई. जबकि मां ने कभी शिक्षा विभाग में नौकरी ही नहीं की थी. उससे भी बड़ी बात, नियुक्ति पाने वाला उस मां का बेटा ही नहीं है. इसका सीधा सा अर्थ है, शुरू से अंत तक केवल फर्जीवाड़ा... रीवा शिक्षा विभाग ने एक ऐसे व्यक्ति को अनुकंपा नियुक्ति दे दी जिनके परिजन ने कभी भी शिक्षा विभाग में नौकरी ही नहीं की थी. दरअसल, एक व्यक्ति बृजेश कोल ने अपनी नकली मां स्वर्गीय बेला कली कोल को सहायक शिक्षक बताकर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए और लेकर पहुंच गया जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर में, जहां पर कागजात की जांच करके उसको नियुक्ति दे दी गई. जबकि बृजेश कोल बेलाकली कोल का बेटा ही नहीं है. जब मामला खुला तब उस व्यक्ति की नियुक्ति को निरस्त कर दिया गया.