मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में हुई. दुल्हन नंदनी की तबीयत शादी से पांच दिन पहले खराब हो गई थी, जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. डॉक्टरों (Doctor) ने उसे ज्यादा देर तक बैठने से मना कर दिया था. ऐसे में दोनों परिवारों ने अस्पताल में ही शादी करने का फैसला लिया. दूल्हा आदित्य सिंह बंद बाजे के साथ अस्पताल पहुंचा और दुल्हन को गोद में लेकर सात फेरे लिए. यह शादी एक मिसाल बन गई है, जहां सच्चे प्यार और आपसी समझदारी ने मुश्किल परिस्थिति को पार कर लिया.