मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने पर्यावरणीय कारणों का हवाला देते हुए निर्णय लिया है कि उसका कोई भी सदस्य वकील पराली जलाने से संबंधित किसानों (farmers) का मामला नहीं लड़ेगा। एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने कहा कि पराली जलाने से न केवल प्रदूषण फैलता है, बल्कि जीवों की मौत भी होती है।