खंडवा (Khandva) की आयशा (Ayesha) ने सुनने और बोलने में मुश्किलों के बावजूद फैशन डिजाइनिंग (Fashion Designing) में करियर बनाया और अंतरराष्ट्रीय संस्थान से डिग्री हासिल की. उसकी मां बताती हैं कि आशा ने पहले तीन महीने का कोर्स किया और फिर डिप्लोमा प्राप्त किया. वह अब चाहती है कि वह अपने पैरों पर खड़ी हो और अन्य बच्चों को भी सिखाए. आयशा की शिक्षिका ने इशारों का इस्तेमाल कर उसे सिखाया. आयशा अब एक प्रेरणा बन गई है.