बैतूल के नज़दीकि गांव से डिजिटल फीताशाही का एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक किसान ने बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट (Biometric Fingerprint) मैच नहीं होने से पैसे निकालने में विफल रहने पर समीपस्थ ग्राम पंचायत सराढ निवासी 52 वर्षीय आदिवासी किसान मिश्रू कुमरे ने गुस्से में अपनी ही उंगलियां पत्थर से कुचल डाली.