सतना जिले में एक ऐसी भी राशन दुकान (Ration Shop) है, जहां भूतों को बड़ी आसानी से राशन (Ration) मिल जाता है, लेकिन जीवितों को संघर्ष करना पड़ता है. यह राशन दुकान रामपुर बघेलान तहसील की अकौना ग्राम पंचायत में संचालित हो रही है. यहां फूड विभाग (Food Department) की आंखों में धूल झोंक कर राशन वितरण प्रणाली (PDS) को मजाक बना दिया गया. 7 साल पहले सड़क हादसे में जो व्यक्ति मर चुका है, उसे नियमित राशन मिल रहा है. वहीं जीवित बुजुर्ग को जूझना पड़ रहा है. समग्र पोर्टल (Samagra Portal) में 8 साल पहले मृत घोषित कर दिए गए बुजुर्ग आदिवासी को तमाम जांच के बाद पुनर्जीवित तो कर दिया गया, लेकिन वह अभी तक राशन के लिए पात्र नहीं हो सका है. जबकि मृतक बलवंत सिंह के नाम पर पिछले 7 वर्षों से खाद्यान्न निकल रहा है.