भिंड (Bhind) से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां ऑनलाइन बेची जा रही कार के नंबर का इस्तेमाल कर ड्रग तस्करी का एक इंटरस्टेट रैकेट चलाया जा रहा था. कैसे हुआ ये सब? तस्कर चोरी की लग्जरी कारों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाते थे, और ये फर्जी नंबर ऑनलाइन कार सेल साइट्स से निकाले जाते थे. भिंड के एक व्यापारी के नंबर का भी इसी तरह इस्तेमाल किया गया, जब उनकी कार गैरेज में खड़ी थी और उनके फास्टैग से टोल कट रहे थे. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और फास्टैग की मदद से इस पूरे नेक्सस का भंडाफोड़ किया है, जिसमें कुख्यात विश्नोई गैंग पर शक जताया जा रहा है.