मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के आदिवासी बाहुल्य (Tribal Dominated) डिंडौरी जिले (Dindori) में NEET की परीक्षा में 26 छात्रों ने बाजी मारी है. ख़ास बात यह है कि NEET की परीक्षा में चयनित ज़्यादातर छात्र BPL (Below Poverty Line) परिवार के अंतर्गत आते हैं जिनके माता पिता मेहनत मजदूरी कर जैसे तैसे सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि NEET की परीक्षा में चयनित हुए कई छात्रों के पास परीक्षा फीस भरने के पैसे तक नहीं थे. ऐसे में जनजातीय विभाग के की तरफ से न सिर्फ छात्रों की फीस जमा कराई गई बल्कि स्कूल में ही निशुल्क कोचिंग के इंतज़ाम भी किए गए.