Narak Chaudas Before Diwali
- सब
- ख़बरें
-
Narak Chaudas: नरक चौदस पर यहां होती है यमराज की पूजा, 275 साल पहले सिंधिया राजवंश किया था स्थापित
- Tuesday October 29, 2024
- Reported by: Dev Shrimali, Edited by: शिव ओम गुप्ता
ग्वालियर स्थित मारकंडेश्वर मंदिर में स्थित देश के अकेले यमराज मंदिर में नरक चौदस के दिन ग्वालियर अंचल से ही नहीं, बल्कि पूरे देश से लोग पहुंचते है. लगभग पौने तीन सौ साल पुराना यमराज मंदिर दीपावली के एक दिन पहले नरक चौदस पर पूजा और अभिषेक किया जाता है.
- mpcg.ndtv.in
-
Narak Chaturdashi: पंडित जी ने बताया नरक चौदस पर क्यों महत्वपूर्ण है यम पूजा?
- Tuesday October 29, 2024
- Reported by: देव श्रीमाली, Written by: अजय कुमार पटेल
Narak Chaturdashi 2024: दिवाली से एक दिन पहले यम की पूजा के लिए यम चतुर्दशी यानी नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. इसे रूप चौदस भी कहा जाता है. इस दिन यम के नाम का दीपक जलाकर जातक परिवार समेत यम की यातनाओं से मुक्ति की प्रार्थना करता है. इस दिन यम पूजा और दीप दान का क्या महत्व है इसको लेकर पंडित जी ने यह कहा.
- mpcg.ndtv.in
-
नरक चौदस के दिन होती है यमराज की पूजा, ग्वालियर में है यमराज का इकलौता प्राचीन मंदिर, जानें इससे जुड़ा रहस्य
- Saturday November 11, 2023
- Reported by: देव श्रीमाली, Edited by: Sumant singh Gaharwar
देश का यह सबसे प्राचीन और संभवतः इकलौता यमराज का मंदिर है, जो लगभग तीन सौ साल से ज्यादा पुराना है. दीपावली के एक दिन पहले नरक चौदस को इस मंदिर पर यमराज की पूजा के साथ उनकी मूर्ति का अभिषेक किया जाता है. यह विशेष पूजा भी साल में एक बार ही होती है.
- mpcg.ndtv.in
-
Narak Chaudas: नरक चौदस पर यहां होती है यमराज की पूजा, 275 साल पहले सिंधिया राजवंश किया था स्थापित
- Tuesday October 29, 2024
- Reported by: Dev Shrimali, Edited by: शिव ओम गुप्ता
ग्वालियर स्थित मारकंडेश्वर मंदिर में स्थित देश के अकेले यमराज मंदिर में नरक चौदस के दिन ग्वालियर अंचल से ही नहीं, बल्कि पूरे देश से लोग पहुंचते है. लगभग पौने तीन सौ साल पुराना यमराज मंदिर दीपावली के एक दिन पहले नरक चौदस पर पूजा और अभिषेक किया जाता है.
- mpcg.ndtv.in
-
Narak Chaturdashi: पंडित जी ने बताया नरक चौदस पर क्यों महत्वपूर्ण है यम पूजा?
- Tuesday October 29, 2024
- Reported by: देव श्रीमाली, Written by: अजय कुमार पटेल
Narak Chaturdashi 2024: दिवाली से एक दिन पहले यम की पूजा के लिए यम चतुर्दशी यानी नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. इसे रूप चौदस भी कहा जाता है. इस दिन यम के नाम का दीपक जलाकर जातक परिवार समेत यम की यातनाओं से मुक्ति की प्रार्थना करता है. इस दिन यम पूजा और दीप दान का क्या महत्व है इसको लेकर पंडित जी ने यह कहा.
- mpcg.ndtv.in
-
नरक चौदस के दिन होती है यमराज की पूजा, ग्वालियर में है यमराज का इकलौता प्राचीन मंदिर, जानें इससे जुड़ा रहस्य
- Saturday November 11, 2023
- Reported by: देव श्रीमाली, Edited by: Sumant singh Gaharwar
देश का यह सबसे प्राचीन और संभवतः इकलौता यमराज का मंदिर है, जो लगभग तीन सौ साल से ज्यादा पुराना है. दीपावली के एक दिन पहले नरक चौदस को इस मंदिर पर यमराज की पूजा के साथ उनकी मूर्ति का अभिषेक किया जाता है. यह विशेष पूजा भी साल में एक बार ही होती है.
- mpcg.ndtv.in