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आज़ादी के पहले बनी आदिवासियों की 'मांझी सेना', अब भी इस तरह कर रही है राष्ट्र सेवा
- Thursday August 15, 2024
78th Independence Day 2024: माझी सेना का हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है. कंगला मांझी ने महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस से प्रेरित होकर आज़ादी की लड़ाई में आदिवासी इलाकों में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अपनी समानांतर सरकार बनाई थी. इस सरकार ने आजादी की लड़ाई में सेना बनाकर अंग्रेजी हुकूमत से संघर्ष किया था.
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देश की आजादी के 22 महीने बाद मिली थी भोपाल को स्वतंत्रता, यहां पढ़ें अनसुना किस्सा
- Thursday August 15, 2024
Bhopal Azadi: भोपाल को आज़ादी प्राप्त करने के लिए 22 महीनों का इंतज़ार करना पड़ा, और राजधानी में पहला तिरंगा जुमेराती डाकघर पर फहराया गया था.भोपाल के शासक हमीदुल्लाह खान की पाकिस्तान में शामिल करने की कोशिशों के खिलाफ विलीनीकरण आंदोलन चला, जिसके बाद ही भोपाल को स्वतंत्रता मिली.
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78th Independence Day: ऐसे युगपुरुष जिन्हें गिरफ्तार करने में British पुलिस भी सोचती थी दो बार, जानें-कैसा था इनका जीवन
- Thursday August 15, 2024
Independence Day 2024: आजादी की लड़ाई में उस वक्त में छत्तीसगढ़ से गए एक ऐसे भी स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्हें अंग्रेज गिरफ्तार करने से भी डरते थे. पूरी लड़ाई में लालचंद जैन का अपना एक अलग दबदबा था.
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Independence Day 2024: जब अंग्रेजों ने नहर के पानी पर लगा दिया था टैक्स, तब छत्तीसगढ़ में आए थे बापू
- Tuesday August 13, 2024
Mahatma Gandhi: राष्ट्र पिता महात्मा गांधी का स्वतंत्रता आंदोलन के समय दो बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए थे. वे पहली बार 1920 में आए थे. इसके बाद 1933 में आए थे. गांधी जी ने यहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की बैठक ली थी. आज उस जगह पर गांधीजी की प्रतिमा और गांधी हॉल का निर्माण किया गया है. 1920 में अंग्रेजों ने धमतरी के कंडेल नहर के पानी पर टैक्स लगा दिया था. यहां के लोगों ने अंग्रेजों के फैसले के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और गांधी जी को आमंत्रित किया था. इसके बाद महात्मा गांधी इस आंदोलन में शामिल होने पहुंचे थे.
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- Thursday August 15, 2024
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