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Chhattisgarh: बारिश के बीच निखरा जलप्रपातों का सौंदर्य, तस्वीरें मोह लेंगी मन

छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में जहां एक ओर प्रकृति इस मानसून में अपना रौद्र रूप दिखा रही है. नदी-नाले उफान पर हैं, तो वहीं दूसरी ओर लगातार बारिश से जिले का प्रसिद्ध जलप्रपात रमदहा अपनी सुंदरता को और भी बेहद तरीके से बिखेर रहा है. जिसकी वजह से इसकी रौनक एक बार फिर लौट आई है.

  • बनास नदी के उद्गम स्थल से लगभग 15 किमी की दूरी पर जिले का यह प्रसिद्ध रमदहा जलप्रपात है. जहां पर जाकर यह नदी अपनी सुंदरता को 50 मीटर चौड़ाई व 100 फीट नीचे गिरते हुए बिखेरती है,जलप्रताप का पानी बहते हुए अपने आप में एक अलग ही खूबसूरती को बयां करती है. (फोटो/कंटेंट - फलिता भगत, अंबु शर्मा)
  • एमसीबी जिले के ब्लॉक जनकपुर मुख्यालय से 45 किमी की दूरी पर बहरासी वन परिक्षेत्र का करवा बीट आता है,जहां के ग्राम पंचायत धोवाताल के बरैल नामक जंगल से बनास नदी का उद्गम होता है. (फोटो/कंटेंट - फलिता भगत, अंबु शर्मा)
  • इस जलप्रपात में पानी की बहती धारा और इसके आसपास की हरियाली भरी जंगलों इसकी खूबसूरती पर चार चांद लग रही है. (फोटो/कंटेंट - फलिता भगत, अंबु शर्मा)
  • बनास नदी जो कि इस रमदहा जलप्रपात का अहम हिस्सा है.जिसकी तेजी से बहती हुई श्वेत धारा को देखकर ऐसा लगता है कि मानों यह जलप्रपात फिर से खिल उठा है और मुस्कुरा रहा है. (फोटो/कंटेंट - फलिता भगत, अंबु शर्मा)
  • जिसे देखने के लिए छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्यप्रदेश से लेकर उत्तरप्रदेश तक के पर्यटक इसकी सुंदरता को देखने और निहारने पहुंचते हैं. (फोटो/कंटेंट - फलिता भगत, अंबु शर्मा)