Chhattisgarh News: दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स यानी एसईसीएल (South Eastern Coalfields Limited) चिरमिरी क्षेत्र के ओपन कास्ट कोयला खदान (Coal Mine) में हैवी ब्लास्टिंग (Heavy Blasting) से बड़े पत्थर और बोल्डर के टुकड़े छिटककर बरतुंगा कॉलोनी व मंदिर परिसर में गिरे हैं. हालांकि हादसे में किसी को चोट नहीं आई है लेकिन ये काफी खतरनाक है. स्थानीय लोग हैवी ब्लास्टिंग को लेकर कंपनी प्रबंधन का विरोध जता रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक बड़ा हादसा टल गया है. यदि ब्लास्टिंग के दौरान उड़े पत्थरों की चपेट में कोई व्यक्ति आता तो इससे बड़ा नुकसान हो सकता था.
यहां-यहां गिरे पत्थर
ब्लास्टिंग के दौरान उछले बोल्डर व पत्थर छिटक कर बरतुंगा शिव मंदिर परिसर, पुरातत्व संग्रहालय व मकानों के आसपास गिरे हैं, जिससे कई जगह सड़क व पेबर ब्लॉक पत्थर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. यदि कोई व्यक्ति इन पत्थरों की चपेट में आता तो उसकी मौत भी हो सकती थी.
स्थानीय निवासी उपेंद्र सिंह ने कहा कि नुकसान ज्यादा नहीं हुआ, बोल्डर कई घरों के छत पर गिरे हैं जिससे किसी-किसी घर की शीट टूटी है. खदान क्षेत्र से कॉलोनी 200 मीटर दूर है, हैवी ब्लास्टिंग से खदान के पत्थर छिटकर गिरे हैं. कंपनी की लापरवाही पर आगे प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद है.
पार्षद ने क्या कहा?
इस मामले में वार्ड पार्षद रमेश कुमार ने कहा कि दोपहर जानकारी मिली कि एक बड़ा पत्थर रोड पर गिरा है, सड़क और पेबर ब्लॉक क्षतिग्रस्त हुए हैं. ओपन कास्ट में हैवी ब्लास्टिंग से मंदिर परिसर व आसपास के घरों के पास बड़े पत्थर गिरे हैं, इससे नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन यदि लोग रोड या मंदिर के आसपास होते तो बड़ा नुकसान हो सकता था. यह एसईसीएल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही है.
कंपनी को नोटिस देंगे, ताकि ऐसी घटना फिर न हो : तहसीलदार
तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा ने कहा कि स्थानीय लोगों से सूचना मिलने पर हम यहां पहुंचे, ब्लास्टिंग से छिटके बोल्डर काफी बड़े हैं. एसडीएम ने जांच के बाद कंपनी को कहा आवश्यक निर्देश देने के लिए कहा है जिससे आगे ऐसी घटना न हो. उन्होंने कहा कि बड़ा हादसा टल गया.
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