MP News in Hindi : मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के बड़े-बड़े दावे एक तरफ और हकीकत दूसरी तरफ... हाल ही में शिवपुरी जिले के बदरवास तहसील में एक ऐसी घटना हुई जिसने सरकार और एंबुलेंस की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां 25 साल की सीमा नाम की युवती को अचानक से लेबर पेन उठा. सीमा को डिलीवरी के लिए अस्पताल पहुंचाना जरूरी था. इसके बाद सीमा के पति ने कई बार 108 नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस मंगवाने की कोशिश की लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची. एंबुलेंस की देरी के चलते सीमा की डिलीवरी सड़क पर ही करानी पड़ी और सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. परिवारजनों ने किसी तरह टैक्सी से जच्चा और बच्चा को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उनकी जान बचाई.
पति ने क्या कुछ कहा... पढ़िए ?
सीमा के पति और परिवार का आरोप है कि उन्होंने कई बार एंबुलेंस के लिए 108 नंबर पर फोन किया. जो जननी एक्सप्रेस सेवा का है.... लेकिन फोन करने के बाद भी एंबुलेंस समय पर नहीं आई. इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
सरकारी दावों की हकीकत
कुछ ही समय पहले ही मध्य प्रदेश सरकार और एंबुलेंस सेवा कंपनी ने दावा किया था कि एक मैसेज के जरिए तुरंत एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी. लेकिन बदरवास की यह घटना इस दावे की पोल खोलती है.
क्या बोला अस्पताल स्टाफ
मालूम हो कि 108 जननी एक्सप्रेस सेवा की लापरवाही की यह घटना पहली बार नहीं है. एंबुलेंस सेवा के समय पर ना पहुंचनने से कई बार मरीजों और उनके परिजनों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन चुका है. वहीं, इस बार में जब अस्पताल स्टाफ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे इसकी जांच कराएंगे... लेकिन ये घटना सरकारी योजनाओं पर सवाल खड़ा करती है कि क्या ये दावे सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित रहेंगे ?
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