Wheat Distribution in PDS: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna) में वेयरहाउस कॉरपोरेशन (Warehouse Corporation) के अधिकारियों ने 7 ट्रक गेहूं को गड़बड़ी के चलते लौटा दिया. ये गेहूं सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत जिले में बांटा जाना था. दरअसल, सतना जिले में गरीबों को वितरित करने के लिए जिले में गेहूं की कथित कमी की पूर्ति के लिए जबलपुर (Jabalpur) से गेहूं मंगाया गया था, जिसकी गुणवत्ता (Poor Quality Wheat) देखकर कर वेयरहाउस कॉरपोरेशन के अधिकारियों का माथा चकरा गया. अविभाजित सतना जिले के दो गोदामों के लिए भेजे गए 7 ट्रक गेहूं में भारी मात्रा में गड़बड़ी पाए जाने के बाद इसे वापस कर दिया गया.
गेहूं में कीड़े और घुन का पाउडर
लौटाए गए गेहूं में न केवल कीड़े लगे हुए थे, बल्कि घुना हुआ पाउडर भी था. गेहूं को ढेर कर हाथ डालने पर सफेदी छा रही थी. खराब गुणवत्ता का यह गेहूं नागरिक आपूर्ति निगम जबलपुर के अधिकारियों ने सतना-अमरपाटन की राशन दुकानों में वितरण के लिए भेजा था. जांच में पता चला कि सरकारी अनाज की बोरियों में से गेहूं के साथ पाउडर भी निकल रहा है. अमरपाटन वेयरहाउस गोदाम में 4 ट्रक और सतना यूनिट-1 गोदाम में 3 ट्रक गेहूं जबलपुर से आया था, जिसकी जांच में कई तरह की कमियां मिलीं. गेहूं की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि वह इंसानों के खाने लायक नहीं था.
परखी लगाते ही पोल खुली
बता दें कि जबलपुर से आए गेहूं के भंडारण से पहले वेयरहाउस के कर्मचारियों ने जब बोरियों में परखी चलाई तो कर्मचारी हैरान रह गए, क्योंकि ज्यादातर बोरियों में पाउडर युक्त घुना गेहूं ही मिल रहा था, जो मानव उपयोग तो दूर जानवर के भी खाने योग्य नहीं था. इसके बाद कर्मचारियों ने बोरियों में परखी लगाकर छांट-छांट कर बोरियों की अनलोडिंग कराई. चार गाड़ी गेहूं में से 1 गाड़ी पूरा वापस कर दिया गया. वहीं तीन गाड़ियों में लगभग 290 क्विंटल गेहूं सड़ा-घुना होने के कारण वापस किया गया. इसके बाद बकायदे इसका पंचनामा बनाकर वाहन के साथ भेजा गया. नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी अब एक-एक बोरी की जांच कर रहे हैं.
डिलौरा पहुंचा घुना गेहूं
सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना के अन्तर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकानों में वितरण के लिए अब जबलपुर से घुना व पाउडर युक्त गेहूं की खेप सतना यूनिट-1 में भी भेजी गई है. डिलौरा में 3 ट्रक खराब गेहूं आया. डिलौरा वेयरहाउस गोदाम जबलपुर से आए गेहूं की अनलोडिंग हो रही थी, गेहूं अनलोड कर रहे पल्लेदारों ने बताया कि खराब-खराब गेहूं छांट-छांट कर किनारे कर रहे हैं.
सतना में भरपूर गेहूं
शासकीय उचित मूल्य दुकानों में रजिस्टर्ड गरीब परिवारों को वितरण करने के लिए सतना जिले के पास पर्याप्त गेहूं का स्टॉक है. इसके बाद भी प्रदेश के दूसरे जिलों से घटिया क्वालिटी का सड़ा-घुना गेहूं मंगाया जा रहा है. सतना में वर्ष 2021-22 का 6130 क्विंटल, वर्ष 2022-23 का 4370 क्विंटल, वर्ष 2023-24 का 46710 क्विंटल गेहूं का अभी पुराना स्टॉक वेयरहाउस व गोदामों में रखा हुआ है. इसके बाद भी घटिया किस्म का गेहूं क्यों मंगवाया जा रहा है यह बात लोगों की समझ से परे है.
तीन साल पुराना है गेहूं
बता दें कि जबलपुर के शिवांसी वेयरहाउस गोदाम से जो गेहूं सतना भेजा गया, वह तीन साल पुराना है. इसके संबंध में जबलपुर नान अफसर दिलीप किरार को सतना से जानकारी दी गई. यह गेहूं तीन साल पुराना है. सतना के डीएम नान पंकज बोरसे ने कहा कि सभी बोरियों की जांच कर खराब स्कंद की गिनती की जा रही है.
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