इंदिरा सागर डैम से छोड़ा जा रहा इतना... पानी, जल प्रपात सा दिख रहा नजारा, लुभा रहा पर्यटकों का मन 

Indira Sagar Dam: मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं. वहीं, डैमों में भी काफी बड़े पैमानों पर जल भराव हो गया. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इंदिरा सागर बांध के 12 गेट करीब तीन-तीन मीटर तक खोल दिए गए.

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Indira Sagar Dam In Khandwa: एमपी में हुई बारिश ने नदियों का जल स्तर बढ़ा दिया.वहीं, इंदिरा सागर डैम में भी सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर प्रशासन मौजूद है. खंडवा जिले के पुनासा ब्लॉक स्थित एशिया की सबसे बड़ी परियोजना इंदिरा सागर बांध के 12 गेट करीब तीन-तीन मीटर तक खोल दिए गए. इसके बाद से वहां से छोड़ा जा रहा करीब 10 हजार क्युमेक्स का नजारा बेहद खास है. ये पानी धार्मिक तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर स्थित ओंकारेश्वर डैम तक पहुंच रहा है, जिसके चलते ओंकारेश्वर डैम भी लबालब हो गया. 

23 गेटों वाले ओंकारेश्वर डैम के सभी गेट फिलहाल खोल दिए गए, जिसके बाद यहां मां नर्मदा का विहंगम और विकराल रूप दिख रहा. डैम से अधिक मात्रा में पानी छोड़ने से डैम के सामने जल प्रपात सा नजारा देखने को मिल रहा है, जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.


ओंकारेश्वर डैम के सभी गेट खोले गए

तेज वेग से करीब 13008 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा

यहां ओंकारेश्वर डैम से धुंए के रूप में तेज वेग से करीब 13008 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा, जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड भी है. बता दें कि, ओंकारेश्वर डैम के सभी 23 गेट के साथ ही विद्युत उत्पादन गृह से भी पानी लगातार छोड़ा जा रहा. पानी यहां से गुजरात की तरफ जा रहा है.वहीं, इसको लेकर जिला प्रशासन भी सतर्क है. फिलहाल यहां के घाटों पर जाना भी सख्त मना है.  इधर नर्मदा में आई बाढ़ के चलते ज्योर्तिलिंग ओंकारेश्वर मंदिर से सटकर तेज बहाव जा रहा है, और फिलहाल यहां नौका संचालन भी बंद है. वहीं, नाविक भी रात्रि जागरण कर अपनी नौकाओं की देखभाल कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह इस सीजन की सबसे बड़ी बाढ़ है. वहीं, नर्मदा के ऊपरी क्षेत्रों से भी पानी का दबाब बना हुआ है.

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इंदिरा सागर परियोजना का भी रिकॉर्ड

फिलहाल 12 गेट 3 मीटर तक खोले गए,

खंडवा जिले के पुनासा ब्लॉक की एशिया की सबसे बड़ी पनविद्युत परियोजना इंदिरा सागर बांध के भी फिलहाल 12 गेट 3 मीटर तक खोले गए, जिसके बाद यहां से 8904 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा था. अब इसे भी बढ़ाया गया. वहीं, यहां स्थित पावर हाउस से भी बिजली का उत्पादन करते हुए टरबाईन के जरिये 1840 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा. फिलहाल इंदिरा सागर बांध से कुल 10744 क्युमेक्स से भी अधिक पानी की निकासी की जा रही है, जो ओंकारेश्वर की तरफ बढ़ रहा है.

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फिलहाल 12 गेट तीन तीन मीटर तक खुले

पुनासा ब्लॉक के इंदिरा सागर बांध के फिलहाल 12 गेट तीन तीन मीटर तक खुले हुए हैं, जिसके बाद डैम के नीचे बने बकेट से जब पानी ऊपर की ओर उठ रहा है, तो सायफन बनकर अद्भुत नजारे में दिखाई दे रहा है. सायफन के सामने ही पानी की बौछारों के बीच इंद्रधनुष भी बन रहा है, जो अलग ही मनोरम दृश्य के रूप में दिखाई दे रहा है. यह जल प्रपात इंदिरा सागर बांध के सामने बने जगमूर्ति सेतु से आने जाने वाले लोगों को आकर्षित कर रहा है, और जिसे देखने बड़ी संख्या में यहां पर्यटक भी पहुंच रहे हैं.

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