NDTV Ground Report: देश के सबसे साफ शहर में जल संकट! CM हेल्पलाइन में हुई शिकायत, फिर भी नहीं हुई सुनवाई

Indore News: इंदौर के नेता और अधिकारी रहवासियों को शहर में कई जगह सड़क और ड्रेनेज का काम होने की बात कहते हैं. जिससे पाइप लाइन में गंदा पानी मिल जाता है. हालांकि शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां आधे घंटे के लिए पानी आता है पर उसमें भी रहवासियों ने बदबू आने की शिकायत दर्ज करवाई है. हालात ऐसे बन गए हैं कि अब लोग नलों में आ रहे पानी को भरने से बच रहे हैं और दूर जाकर पानी की जरूरतों को पूरा कर रहे है.

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Water Crisis in Indore: इंदौर जल संकट

Water Crisis in Indore: मई का महीना शुरू हो चुका है, पर इंदौर में जल संकट (Water Crisis) की समस्याओं पर नागरिकों को कोई निदान नहीं मिल पाया है. शहर में कई जगह पानी की दिक्कत है, कई मोहल्ले पानी को तरस रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर जहां पानी आ रहा है उसमें गंदगी घुली है. नगर निगम एप (Indore Nagar Nigam App) और सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर नलों में गंदे पानी आने की शिकायत रोज़ाना 200 पार हो रही है. रहवासियों का कहना है जिम्मेदार अधिकारी और नेता शिकायत मिलने के बाद मोहल्ले में घूम कर चले जाते हैं, पर समस्या का समाधान नहीं करते. मीडिया से बात करने पर अब जिम्मेदार अधिकारी भी बच रहे हैं.

पाइपलाइन में गंदा पानी

नेता और अधिकारी रहवासियों को शहर में कई जगह सड़क और ड्रेनेज का काम होने की बात कहते हैं. जिससे पाइप लाइन में गंदा पानी मिल जाता है. हालांकि शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां आधे घंटे के लिए पानी आता है पर उसमें भी रहवासियों ने बदबू आने की शिकायत दर्ज करवाई है. हालात ऐसे बन गए हैं कि अब लोग नलों में आ रहे पानी को भरने से बच रहे हैं और दूर जाकर पानी की जरूरतों को पूरा कर रहे है. रोजाना इस्तेमाल के लिए पैसे देकर टैंकर को बुलाया जा रहा है, पर जिम्मेदार कान में तेल डालकर बैठे हैं.

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जमीनी हकीकत जानने एनडीटीवी की टीम इंदौर के वार्ड क्रमांक 59, मोती तबेला मिल्लत नगर, पहुंची जहां रहवासी टैंकर से अपने बर्तन भरवा रहे थे. बातचीत में पता चला कि नलों में आने वाले पानी में ड्रेनेज का पानी मिल जाता है, पानी आधे घंटे के लिए खोला जाता है, जिसमें 15 मिनट पानी गंदा रहता है और जब साफ पानी भरना चालू करते हैं, वैसे ही पानी खत्म हो जाता है.

यह समस्या आज या कल की नहीं है बल्कि पिछले तीन महीनों से लोग परेशान है, जोन पर शिकायत करने के बाद अधिकारियों ने आकर ड्रेनेज की सफाई करवाई थी. हालांकि इसका कोई नतीजा देखने को नहीं मिला. उन्होंने बताया शिकायत करने पर ड्रेनेज विभाग और नर्मदा विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी ढोल देते हैं. मिल्लत नगर में ड्रेनेज भी चोक है और नर्मदा की पाइपलाइन में भी खराबी है. नर्मदा की नई लाइन डाली गई थी पर आज तक चालू नहीं हुई पुरानी लाइन से ही पानी मोहल्ले में आता है.

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कई मोहल्लों में है समस्या

यह दिक्कत सिर्फ इंदौर के वार्ड क्रमांक 59 मिल्लत नगर कि नहीं बल्कि इंदौर के कई मोहल्लों की है, सवाल है कि अगर रोजाना शिकायतों की संख्या 200 पार हो रही है तो आज तक क्यों कोई कार्रवाई नहीं की गई, क्यों अधिकारी सिर्फ आते हैं और सहानुभूति देकर चले जाते हैं? गर्मी का मौसम है ऐसे में पानी लोगों की अहम जरूरत बन गया है, क्यों आज भी शहरवासी अपने मोहल्ले को छोड़ दूसरे इलाके में जाकर पानी भरने को मजबूर है जबकि सरकार ने उनके क्षेत्र में भी पानी की सुविधा दी है.

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