कुरवाई में पेट्रोल पंप के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 303.86 लीटर डीजल जब्त, विदिशा कलेक्टर अंशुल के निर्देश पर प्रशासन सख्त

Vidisha News: राजस्व और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए पानबाई एनर्जी स्टेशन से 303.86 लीटर डीजल जब्त किया, जिसकी कीमत 27,803 रुपये है.

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Revenue and Food Department Action: विदिशा कलेक्टर अंशुल गुप्ता के निर्देश पर संयुक्त टीम ने कुरवाई में पेट्रोल पंप पर छापामार कार्रवाई की है. दरअसल,  जिला प्रशासन ने कुरवाई बीना रोड स्थित आदिश्वर पेट्रोलियम और पानबाई एनर्जी स्टेशन का औचक निरीक्षण किया. जांच में गड़बड़ियां सामने आईं. जांच के दौरान स्टॉक बोर्ड अद्यतन नहीं मिला. यह कार्रवाई राजस्व और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने की है. 

पानबाई एनर्जी स्टेशन से 303.86 लीटर डीजल जब्त

राजस्व और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए पानबाई एनर्जी स्टेशन से 303.86 लीटर डीजल जब्त किया, जिसकी कीमत 27,803 रुपये बताई गई. साथ ही आदिश्वर पेट्रोलियम पर स्टॉक बोर्ड अद्यतन नहीं मिला, जो प्रमुख कमी के रूप में दर्ज हुई.

निरीक्षण के दौरान पेयजल, शौचालय और हवा की सुविधाओं की भी जांच की गई. बता दें कि राजस्व और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम में नायब तहसीलदार देवदीप सिंह, सहायक आपूर्ति अधिकारी पिंकी शाक्य और कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी वैशाली दांगी शामिल थे.

कार्रवाई कैसे हुई?

प्रशासन की राजस्व व खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने दोनों पंपों का आकस्मिक निरीक्षण किया.

स्टॉक सत्यापन- पेट्रोल, डीज़ल और एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल का रजिस्टर और टैंकों का मिलान.

घनत्व परीक्षण- ईंधन की गुणवत्ता/मानक जांचने के लिए अनिवार्य टेस्ट.

जनसुविधाएं- पेयजल, शौचालय और हवा (एयर) की उपलब्धता की भी जांच.

जांच में आदिश्वर पेट्रोलियम का स्टॉक बोर्ड अद्यतन नहीं मिला- जो पारदर्शिता और उपभोक्ता अधिकारों के लिहाज से आवश्यक है. पानबाई एनर्जी स्टेशन पर डीज़ल स्टॉक में निर्धारित सीमा से अधिक अंतर मिलने पर 303.86 लीटर डीज़ल जप्त करते हुए आगे की दंडात्मक कार्रवाई शुरू की गई.

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प्रशासन का सख्त निर्देश- 'मानक से समझौता नहीं'

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पेट्रोल पंपों, गैस एजेंसियों और आवश्यक वस्तु विक्रेताओं पर औचक निरीक्षण निरंतर जारी रहेंगे. उपभोक्ता हितों से खिलवाड़, रिकॉर्ड-रजिस्टर में हेरफेर, स्टॉक-भ्रम या गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. संबंधित नियमों के तहत आर्थिक दंड के साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

जिला आपूर्ति अधिकारी क्या बोले

जिला आपूर्ति अधिकारी अनिल तंतुवाय ने बताया कि राजस्व और खाद्य विभाग की टीम ने दोनों संस्थानों पर स्टॉक व गुणवत्ता से जुड़ी जांचें कीं.आदिश्वर पेट्रोलियम पर स्टॉक डिस्प्ले अद्यतन नहीं था, जबकि पानबाई एनर्जी स्टेशन पर स्टॉक अंतर तय सीमा से अधिक पाया गया, जिसके आधार पर डीजल जब्त किया गया. आगे की कार्रवाई की जा रही है. 

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उपभोक्ताओं के लिए जरूरी जानकारी

स्टॉक बोर्ड देखें: पंप परिसर में दिनांक, समय, स्टॉक व घनत्व का बोर्ड स्पष्ट या अप-टू-डेट होना चाहिए.

बिल अवश्य लें: हर रिफिल पर प्रिंटेड या डिजिटल बिल लें, जिसमें तारीख, समय, नोज़ल नंबर, मात्रा और दर साफ दर्ज हों.

डिस्पेंसर का ‘जीरो' चेक: फ्यूल भरने से पहले मीटर 0.00 पर सेट होना चाहिए.

संदेह हो तो शिकायत करें: पंप नाम, लोकेशन, तारीख-समय, बिल या फोटो के साथ संबंधित आपूर्ति विभाग या जिला नियंत्रण कक्ष में सूचना दें.

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बॉक्स: घनत्व परीक्षण क्या है?

घनत्व परीक्षण (Density Test) ईंधन की गुणवत्ता और शुद्धता का बुनियादी मानक है. निर्धारित तापमान पर ईंधन का घनत्व मानक दायरे में होना चाहिए. मानक से बड़ा अंतर मिलावट या गुणवत्ता विचलन का संकेत हो सकता है. जांच टीम घनत्व मीटर या हाइड्रोमीटर और तापमान के आधार पर यह मिलान करती है.

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