MP News: चुनाव प्रचार के दौरान मुसलमानों के बीच शिवराज ने दिया ऐसा बयान, खूब हो रही है चर्चा

Shivraj Singh Chouhan: विदिशा संसदीय क्षेत्र के रायसेन जिले में करीब 9 प्रतिशत और विदिशा जिले में करीब 6 प्रतिशत मुस्लिम हैं. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान का आज से नहीं, बल्कि कई सालों से मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिलता रहा है. शिवराज सिंह चौहान कई मुसलमानों की पहली पसंद भी हैं. यही वजह है शिवराज भी अपना मुस्लिम वोट बैंक किसी हालात में हाथ से जाने देना नहीं चाहते हैं.

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Vididsha Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा संसदीय क्षेत्र से रिकॉर्ड बनाने के लिए कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं. वह अपनी जीत को ऐतिहासिक बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों को साधने में जुटे हैं. इसी कड़ी में शिवराज ने अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा में जब मुस्लिम मोहल्लों में गए, और यहां जो बयान दिया, उसकी अब खूब चर्चा हो रही है.

शिवराज ने अपने बयान में कहा है कि विदिशा संसदीय क्षेत्र के मुसलमान मेरे लिए मेरे भाई, मेरी बहनें हैं. शिवराज ने सभा में कहा कि भाजपा किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है. हमारी चार जातियां हैं. महिला, युवा, किसान और गरीब. आपका शिवराज इन्हीं के लिए जीता है, इन्ही के लिए मरता है. मेरी प्यारी बहना जब शिवराज ने लाडली बहाना योजना के लिए पैसा डाला, तो शिवराज ने किसी जाति या धर्म विशेष को देखकर पैसा नहीं बांटा, बल्कि हर एक महिला को पैसा दिया. मैं अपनी बहनों को लखपति बनते देखना चाहता हूं.

मुस्लिमों को साधने की कवायद कर रहे शिवराज

विदिशा संसदीय क्षेत्र के रायसेन जिले में करीब 9 प्रतिशत और विदिशा जिले में करीब 6 प्रतिशत मुस्लिम हैं. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान का आज से नहीं, बल्कि कई सालों से मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिलता रहा है. शिवराज सिंह चौहान कई मुसलमानों की पहली पसंद भी हैं. यही वजह है शिवराज भी अपना मुस्लिम वोट बैंक किसी हालात में हाथ से जाने देना नहीं चाहते हैं. इससे पहले भी शिवराज सांची की एक सभा में मुस्लिम महिला को मंच पर बुलाकर न सिर्फ गले लगाया, बल्कि उनके गांव के विकास का वादा भी किया.

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1967 में विदिशा संसदीय क्षेत्र अस्तित्व में आया था

1967 में विदिशा संसदीय क्षेत्र के अस्तित्व में आने के बाद से कांग्रेस अब तक सिर्फ दो ही बार इस क्षेत्र से चुनाव में जीत हासिल कर पाई है. पहली बार सन 1980 में दूसरी बार 1984 में विदिशा सीट पर कांग्रेस  ने जीत दर्ज की थी. दरअसल, विदिशा सीट भाजपा के लिए लकी सीट मानी जाती है. रामनाथ गोयनका, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई , सुषमा स्वराज के अलावा खुद शिवराज सिंह चौहान यहां से पांच बार सांसद के तौर पर इसी विदिशा से जीत हासिल कर चुके हैं. शिवराज के करीबियों का मानना है विदिशा में आज तक कभी विभाजन की राजनीति नहीं हुई.

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यह सोचते हैं विदिशा के बाशिंदे

विदिशा के बाशिंदों की पहली पसंद शिवराज हैं विदिशा के बाशिंदे कहते हैं कि शिवराज से विदिशा के लोग सालों से जुड़े हुए हैं. शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा के लिए बहुत हद तक विकास भी किया है. वहीं, कुछ लोगों की अपनी राय है. कुछ लोगों का मानना है शिवराज सिंह चौहान का गढ़ होने के बाद भी इतना कुछ विदिशा को नहीं मिल पाया, जितना विदिशा इसके लिए हकदार था. आज भी विदिशा के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर जाना होता है.

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कांग्रेस के भानू शर्मा ने शिवराज के मुस्लिम प्रेम को बताया ड्रामा

कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप भानू शर्मा ने शिवराज का मुसलमानों के लिए प्रेम को एक ड्रामा बताया. प्रताप भानु शर्मा कहते हैं आपको आज चुनाव के समय मुसलमानों की याद आ रही है. शिवराज मुसलमानों को मंच पर बुलाकर गले लगा रहे हैं. 18 साल मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज को मुसलमानों की याद क्यों नहीं आई. आज शिवराज सिंह चौहान को चुनाव जीतने के लिए गली घूमता पड़ रहा है. अगर शिवराज सिंह चौहान ने विकास किया होता, तो क्या शिवराज गली-गली घूम रहे होते. उन्होंने कहा कि एक बार फिर इतिहास दोहराने जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस विदिशा से चुनाव जीत रही है. 

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