विदिशा : सिरोंज में दर्जन भर गायों की भुखमरी से हुई मौत, गौशाला अध्यक्ष के लिए यह आम बात

इससे पहले भी गायों की मौत से जुड़े मामले प्रदेश भर से सामने आते रहे हैं और कई गौशालाओं में गायों के अवशेष भी मिल चुके हैं. बताया जा रहा है कि वेरसिया, सांची, सिलवानी की गौशालाओं में भूख से कई गाय अपना दम तोड़ चुकी हैं.

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सूत्रों की माने तो इस गौशाला में करीब 122 गायों का रिकार्ड दर्ज है, जबकि मौके पर 45-50 गाय ही गौशाला में रहती हैं. 
विदिशा:

मध्य प्रदेश में गाय और गौशालाओं के नाम पर सियासत होती रहती है. चाहे राजनीतिक दल हों या गौसेवक सभी गायों की सेवा करने का दावा करते हैं, लेकिन प्रदेश में इन गायों की वास्तविक स्थिति कुछ और ही है. विदिशा जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूरी पर बनी शिव नंदनी गौ शाला में दर्जन भर गायों ने भुखमरी से अपना दम तोड़ दिया है.

इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने गौशाला में गायों की मौंत को एक समस्या बताया है. वहीं गौशाला अध्यक्ष कमल सिंह (Cowshed President  Kamal Singh) का बहुत ही चौंकाने वाला बयान सामने आया है, उन्होंने इस घटना बहुत ही आम बताया है. सूत्रों की माने तो इस गौशाला में करीब 122 गायों का रिकार्ड दर्ज है, जबकि मौके पर 45-50 गाय ही गौशाला में रहती हैं. 

इससे पहले भी गायों की मौत से जुड़े मामले प्रदेश भर से सामने आते रहे हैं और कई गौशालाओं में गायों के अवशेष भी मिल चुके हैं. बताया जा रहा है कि वेरसिया, सांची, सिलवानी की गौशालाओं में भूख से कई गाय अपना दम तोड़ चुकी हैं.

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कई दिनों तक जिंदा गायों के बीच पड़ें रहे मरी हुई गायों के शव

सिरोंज तहसील के ग्राम चितौरा में कुरवाई से बीजेपी विधायक हरि सिंह सप्रे (MLA Hari Singh Sapre) द्वारा जून महीने में गौशाला की शुरुआत की गई थी. बताया जा रहा है कि शुभारंभ के बाद से गौशाला को न तो जिम्मेदारों ने और ना ही स्थानीय विधायक ने दोबारा पलट कर देखा है. नतीजन इस गौशाला में भुखमरी के कारण दर्जनों गायों को अपनी जान गंवाना पड़ी है. इसके अलावा बताया जा रहा है कि गौशाला में कई दिनों तक जिंदा गायों के बीच मरी हुई गायों के शव पड़े रहे. 

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गौशाला अध्यक्ष के लिए यह आम घटना

गायों की मौत पर बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे एक समस्या करार देते हुए सवाल को टाल दिया. वहीं इस मामले में जब मौके पर मौजूद गौशाला अध्यक्ष कमल सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया और कहा कि यह तो आम है, कौन कह रहा है गायें मर रही हैं? दरअसल, गौशाला अध्यक्ष को गायों की मौंतें नहीं दिख रही हैं.

मामले में कांग्रेस हुई हमलावर

इस पूरे मामले पर अब कांग्रेस नेता नितिन राजोरिया ने बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार में पूरे मध्य प्रदेश में गौशालाएं खोली गई थीं लेकिन बीजेपी ने इन गौशालाओं में गायों को मरने के लिए छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि सिरोंज में दर्जन भर गायों ने भुखमरी से दम तोड़ दिया यह काफी निंदनीय है.

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