रामभक्तों की अटूट आस्था ! कोई 650 किमी साइकिल चलाकर तो कोई 350 किमी दौड़कर पहुंचेगा अयोध्या

नरसिंहपुर के बृजेश पटेल ने बताया कि भगवान श्रीराम की श्रद्धा भक्ति हेतु उनके दर्शन करने के लिए हम अपने साथियों के साथ साइकिल से नरसिंहपुर से लगभग 650 किमी की यात्रा करेंगे. उन्होंने कहा कि हम अयोध्या धाम भगवान रामलला के दर्शन करके अपने जीवन को धन्य बनाएंगे.

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Ram Mandir News: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश उत्साहित दिख रहा है. हर कोई किसी ना किसी तरीके से इस दिन को अपने लिए यादगार बनाना चाह रहा है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नरसिंहपुर के रहने वाले बृजेश पटेल अपने साथियों के साथ साइकिल चलाते हुए अयोध्या धाम पहुंच रहे हैं. इस बारे में उन्होंने नरसिंहपुर कलेक्टर को पत्र भी भेजा है. जिसमें सभी साइकिल यात्रा करने वालों और अपने सहयोगियों के नाम पता और वाहनों की जानकारी दी गई है.

छतरपुर का युवक दौड़कर जाएगा अयोध्या के राम मंदिर

इसी तरह का संकल्प छतरपुर के अंकुर रावत ने लिया है उन्होंने छतरपुर से अयोध्या तक लगभग साढ़े तीन सौ किलोमीटर की दूरी को दौड़कर पूरी करने का संकल्प लिया है. इस संकल्प को पूरा करने के लिए उन्होंने महावीर मंदिर में पूजा-अर्चना की और भगवान से आशीर्वाद लिया. इसके बाद हाथ में भगवा ध्वज थामकर अपनी यात्रा शुरू कर दी. अंकुर ने अपने माता- पिता से भी आशीर्वाद लिया. उनके मुताबिक वो अगले 10 दिनों में अपनी यात्रा को पूरा करेंगे.

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नरसिंहपुर से लगभग 650 किमी की साइकिल से यात्रा करके जाएंगे अयोध्या

वहीं नरसिंहपुर के बृजेश पटेल ने बताया कि भगवान श्रीराम की श्रद्धा भक्ति हेतु उनके दर्शन करने के लिए हम अपने साथियों के साथ साइकिल से नरसिंहपुर से लगभग 650 किमी की यात्रा करके अयोध्या धाम भगवान रामलला के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य बनाएंगे. बृजेश पटेल ने बताया है कि 22 जनवरी हमारे देशवासियों के लिए ठीक उसी दीपावली के महोत्सव जैसी है. त्रेतायुग में भगवान श्रीराम चन्द्र जी के द्वारा लंका पर विजय प्राप्तकर 14 वर्ष के वनवास बाद वापस अयोध्या लौटे थे. उनके आगमन पर खुशी से पूरी अयोध्या में दीप जलाकर दीपावली महोत्सव मनाया गया था. ठीक उसी तरह 22 जनवरी को भगवान 550 साल बाद अपने मुख्य धाम श्रीराम जन्मभूमि में नवनिर्मित भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. अविस्मरणीय दिवस बना दिया है हम सभी मन्त्रमुग्ध है
  

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