धार जिले की ऐतिहासिक भोजशाला में अज्ञात लोगों ने की मूर्ति रखने की कोशिश, पुलिस बल तैनात

बकरवाल ने कहा कि भोजशाला के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है. हिंदू भोजशाला को वाग्देवी यानी सरस्वती का मंदिर मानते हैं जबकि मुस्लिम इस परिसर को कमाल मौला मस्जिद बताते हैं.

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धार की ऐतिहासिक भोजशाला (फाइल फोटो)

धार : मध्य प्रदेश के धार जिले में 11वीं सदी की विवादित ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर एक मूर्ति रखने की कोशिश की. यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को दी. उन्होंने बताया कि शनिवार रात को हुई इस घटना के बाद परिसर के आसपास सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. हिंदू और मुस्लिम दोनों भोजशाला पर दावा करते हैं, जिसका नाम राजा भोज से लिया गया है और यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का एक संरक्षित स्मारक है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत सिंह बाकरवाल ने पत्रकारों को बताया कि अज्ञात असामाजिक तत्वों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन भोजशाला के बाहर सुरक्षा के लिए लगाए गए कंटीले तार के बाड़ को रात्रि में काटकर इस स्मारक में मूर्ति रखने का प्रयास किया.

उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी होने पर पुलिस प्रशासन ने मामले में संज्ञान लिया. बाकरवाल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और वीडियो प्राप्त कर विस्तृत जांच की जा रही है. 

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दोनों समुदाय करते हैं अपना दावा
उन्होंने बताया कि जांच के आधार पर आरोपियों के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. बकरवाल ने कहा कि भोजशाला के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है. हिंदू भोजशाला को वाग्देवी यानी सरस्वती का मंदिर मानते हैं जबकि मुस्लिम इस परिसर को कमाल मौला मस्जिद बताते हैं. इससे पहले भी कई मौकों पर धार शहर में शुक्रवार को बसंत पंचमी का त्योहार होने पर ऐतिहासिक इमारत भोजशाला को लेकर तनाव की स्थिति बनी रहती थी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)