Padmashree Jundhaiya Baiga: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले की राष्ट्रीय नारी सम्मान, पदमश्री व अंतर्राष्ट्रीय मंचों में अपनी चित्रकला से प्रसिद्ध प्राप्त कलाकार जुंधईया बैगा अब चारपाई पर हैं. उनकी तबियत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. शरीर का एक अंग लकवाग्रस्त हो चुका है.
विशेषज्ञ हॉस्पिटल में होना है इलाज
बता दें कि 83 वर्षीय जुंधईया को साल 2023 में देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पदमश्री से नवाजा जा चुका है. बैगा जनजाति से ताल्लुक रखने के कारण भी उन्हें विशेष दर्जा हासिल है. बावजूद इसके वह प्रशासनिक उपेक्षा का दंश झेल रही हैं. करीब महीनेभर पहले घर में अचानक शरीर का दायां अंग लकवाग्रस्त हो गया. घरवाले जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां हफ्तेभर रहने के बाद डॉक्टरों ने जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा. हफ्तेभर जिला अस्पताल में भर्ती रहीं फिर जांच के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर ( Medical Collage Jabalpur) रेफर किया गया. वहां से लौटने के बाद जुंधईया स्वस्थ्य होने की बजाए अब दोबारा अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही हैं. परिजनों का कहना है कि वे लोग विशेषज्ञ हास्पिटल में इलाज कराने आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिले की ख्याति प्राप्त महिला को प्रशासन से मदद की दरकार है,
मदद की मांग करते हैं
परिजनों ने बताया कि इलाज में बहुत ज्यादा खर्च आएगा. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने कारण इलाज करवा पाना सम्भव नहीं है. स्वास्थ्य में सुधार की बजाए जुंधईया धीरे-धीरे नाजुक होती जा रही है. सरकार से मांग है कि इलाज के लिए मदद की जाए.
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