
Sadhvi Pragya News: मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बरी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल में उनके घर पर जाकर मुलाकात की. यहां दोनों एक दूसरे से मिलकर भावुक हो गई. इस दौरान उमा भारती ने प्रज्ञा ठाकुर को मसीहा बताया तो वहीं प्रज्ञा ने कहा- जो साहस उमा भारती जी ने दिखाया उतना कोई पुरुष नहीं दिखा पाया. पूर्व CM ने प्रज्ञा को फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया. इस दौरान भोपाल की पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर की आंखों में भी आंसू आ गए.
मालेगांव ब्लास्ट भगवा को बदनाम करने की साजिश: उमा
उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की जमकर प्रशंसा की . उन्होंने कहा- मैं उम्र में उनसे बड़ी हूं लेकिन उनको मसीहा मानती हूं. प्रज्ञा के चेहरे पर हमेशा उनकी तपस्या और शौर्य का तेज रहता है. वो जब जेल में बंद थी तब भी भावुक नहीं थीं बल्कि मुस्कुरा रही थीं. वो शौर्य की साक्षात मूर्ति हैं. उमा भारती ने आगे कहा- प्रज्ञा ने छात्र जीवन से ही संघर्ष किया है. अखिल भारतीय परिषद् में रहीं और संन्यासी की तरह जीवन जीया. हमेशा ही प्रताड़ना के खिलाफ संघर्ष किया है. वो जब बीमार थीं तब भी एम्स में मैं उनसे मुलाकात करने गई थी. मैं जेल में भी उनसे मिलने गई थी. उमा भारत ने तब की कांग्रेस सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि मालेगांव ब्लास्ट सिर्फ भगवा आतंकवाद शब्द को गढ़ने के लिए किया गया. ये समाज को बदनाम करने की साजिश थी.
भगवा का सम्मान करने आई हैं दीदी: प्रज्ञा
इस मुलाकात पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा- दीदी ने हमेशा ही हिंदुत्व के जोरदार तरीके से आवाज उठाई है. वे यहां भगवा का सम्मान करने और हिंदुत्व के लिए आई हैं. अपने पूरे जीवन में जो साहस उन्होंने दिखाया है वो कोई पुरुष भी नहीं दिखा पाया है. बता दें कि मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सभी सात आरोपियों को बरी किए जाने के बाद भोपाल में उमा भारती के बंगले पर मिठाईयां बांटी गई और जमकर आतिशबाजी की गई थी. तब उमा भारती ने कहा कि इस फैसले से उन्हें बेहद संतोष हुआ है और आज उन्हें लग रहा है कि सच्चाई की जीत हुई है.
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