Ujjain Hospital Marpeet: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित संभाग के सबसे बड़े शासकीय हॉस्पिटल चरक भवन में एक बालिका को रेफर करने की बात पर उसके परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया. आक्रोशित परिजनों ने न सिर्फ अस्पताल के ICU में तोड़फोड़ की बल्कि स्टॉफ के साथ भी मारपीट की. अहम ये भी है कि जब बालिका के परिजन उत्पात मचा रहे थे तब वहां अस्पताल के गार्ड और पुलिसकर्मी भी मौजूद थे इसके बावजूद हंगामा जारी रहा. अब नाराज कर्मचारियों ने वारदात का CCTV फुटेज जारी कर काम बंद कर दिया है. फिलहाल कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस पूरी घटना ने अस्पतालों में सुरक्षा इंतजाम को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं.
ICU में भी उत्पातियों ने की तोड़फोड़
शुरुआती जानकारी के मुताबिक विश्व बैंक कालोनी निवासी एक परिवार सोमवार देर रात 14 साल की बच्ची को लेकर चरक अस्पताल आया था. इस बच्ची को चोट लगी थी जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी. डॉक्टरों ने उसे ICU में भर्ती किया लेकिन हालात में सुधार नहीं हुआ. जिसके बाद वहां मौजूद डॉक्टरों ने बच्ची को इंदौर रेफर कर दिया. इसी बात पर उस बच्ची को लाने वाले युवक भड़क गए. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल स्टॉफ से बदसलूकी शुरू कर दी. थोड़ी देर बात आक्रोशित युवकों ने ICU में मॉनिटर और उपचार सामग्री में तोड़फोड़ की. चरक अस्पताल मेन गेट के कांच में भी तोड़फोड़ की और कर्मचारियों से भी मारपीट की. आरोप है कि उत्पात करने वालों ने नर्सों से भी अभद्रता की. बाद में सूचना मिलने पर मौके पर कोतवाली पुलिस की टीम पहुंची. पुलिस ने सबसे पहले जो बालिका भर्ती थी उसे दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया. कोतवाली के CSP राहुल देशमुख ने इन आरोपों को खारिज किया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी और गार्ड मूकदर्शक बने रहे. उन्होंने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता पहले मरीज जो एक छोटी बच्ची थी उसे बेहतर इलाज दिलाने की थी. CSP ने बताया- दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही नियमानुसार कार्रवाई होगी.
अस्पताल स्टॉफ ने काम रोका
दूसरी तरफ अस्पताल में उपद्रव और मारपीट होने से स्टॉफ दहशत में है. इसी वजह से मंगलवार सुबह से कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया. गुस्साए कर्मचारियों ने कलेक्टरेट जाकर ज्ञापन भी सौंपा. अस्पताल स्टॉफ ने पूरी घटना का CCTV फुटेज जारी कर दावा किया इस पूरी वारदात में अस्पताल के 9 कर्मचारी घायल हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी वे काम पर नहीं जाएंगे.