Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में मंगलवार को एक समाज सेवी की मौत के बाद उनकी देह मेडिकल कॉलेज को दान की गई है. शहर में यह पहला मामला है जब किसी ने देहदान किया है. पुलिस प्रशासन ने उनके इस नेक काम को देखते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया. वहीं बेटे ने कहा कि पिता ने मानवता के लिए बड़ा काम किया है.
देह दान की जताई थी इच्छा
दरअसल देवास रोड निवासी समाज सेवी 86 वर्षीय नरेंद्र गंगवाल का मंगलवार सुबह देहांत हो गया. उनकी मंशा अनुसार परिजनों ने उनकी देह आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को दान कर दी. देह दान की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी गंगवाल के घर पहुंचे और उन्हें पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बता दें शहर में पहली बार देहदान और गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया है. इससे पहले नागदा में दो महिलाओं की देह दान की जा चुकी है.
सीएम डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की थी कि राज्य सरकार मृत्यु के बाद अपने शरीर और महत्वपूर्ण अंग दान करने वालों को गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान करेगी. सीएम ने यह भी कहा था कि देह दान करने वालों के परिवार को सरकार 26 जनवरी और 15 अगस्त को सम्मानित करेगी.
परिवार को सम्मानित करेगी सरकार
एसडीएम एल एन गर्ग ने बताया कि नरेंद्र गंगवाल ने जीवित अवस्था में कमिटमेंट किया था कि उनकी मृत्यु के बाद उनका शरीर दान कर दिया जाएगा. इसलिए परिवार ने मेडिकल कॉलेज को उनका शरीर सौंपा है. वहीं सरकार के सर्कुलर अनुसार उन्हें देह दान करने पर गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया है. उन्होंने मानवता के लिए सन्देश दिया है. यह उज्जैन शहर का पहला मामला है.
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पुत्र ने कहा - पिता पर गर्व है
स्वर्गीय गंगवाल के बेटे प्रणय ने बताया कि मुझे पता नहीं था पिता ने देह दान किया है , वे जीवन भर गरीब बच्चों और आम लोगों को दान करते आए थे . वे चाहते थे की उनकी मौत के बाद उनकी बॉडी भी मानवता के काम आए. सीएम ने घोषणा की थी. जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर मिला. सरकार भी इस नेक काम के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
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