Ujjain Rape Case : आरोपी पर SC-ST एक्ट भी लगाने की तैयारी,  पीड़िता का हेल्थ बुलेटिन जारी

आरोपी को कोर्ट की जगह पुलिस कंट्रोल रूम में पेश करेगी महाकाल थाना पुलिस. वहीं उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट (SC-ST Act) की धारा भी लगाने की जानकारी प्राप्त हुई है.

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उज्जैन:

Ujjain Rape Case : महाकाल (Mahakal) की नगरी उज्जैन में दिल दहला देने वाली जो घटना हुई है, उससे जुड़ी कुछ अपटेड (Ujjain Rape Case Update) सामने आई हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी को कोर्ट की जगह पुलिस कंट्रोल रूम में पेश करेगी महाकाल थाना पुलिस. वहीं उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट (SC-ST Act) की धारा भी लगाने की जानकारी प्राप्त हुई है.

पुलिस कंट्रोल रूम में बनाया जाएगा विशेष न्यायालय

बालिका रेप केस में आरोपी भारत के पिता राजू सोनी ने कहा अगर मेरे बेटे ने ऐसा अपराध किया है तो फांसी की सजा होनी चाहिए. उन्होंने बालिका से दुष्कर्म करने वालों को गोली मारने तक की बात कही है. बताया जा रहा है कि महाकाल थाना पुलिस आरोपी को कोर्ट की जगह पुलिस कंट्रोल रूम में पेश करेगी. ऐसा फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि कोर्ट में आरोपी के साथ मारपीट की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में पुलिस कंट्रोल रूम में विशेष न्यायालय बनाया जाएगा.

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SC-ST एक्ट लगाने की भी है तैयारी

रेप कांड के आरोपी पर एससी-एसटी एक्ट भी लगाने की तैयारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि पीड़िता का जाति प्रमाण पत्र मिलने के बाद यह धारा लगाने की चर्चा है.

अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अशोक यादव ने वकीलों से आरोपी का केस नहीं लड़ने की अपील की है.

इसके साथ ही यह संघ कोर्ट से आरोपी को फांसी देने की मांग करेगा. इसके अलावा यही भी चर्चा है कि उज्जैन नगर पालिका निगम रेप कांड के आरोपी के मकान की जांच कराकर अवैध निर्माण पाए जाने की स्थिति में बुलडोजर चला सकता है.

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मेडिकल बुलेटिन हुआ जारी, अभी स्थिर है हालत

इंदौर के हॉस्पिटल (Indore Hospital) में उज्जैन की रेप पीड़िता का इलाज चल रहा है. एम वाय अधीक्षक पीएस ठाकुर ने पीड़िता का मेडिकल बुलेटिन (Medical Bulletin) जारी कर दिया है. जिसमें बताया गया है कि बच्ची को गंभीर हालत में एमटीएच अस्पताल में 26 सितंबर को भर्ती किया गया था, जहां कई एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया.

ऑपरेशन के तीन दिन बाद बच्ची की हालत पहले से बेहतर है, लेकिन अभी भी उसे अंडर आब्जर्वेशन रखा है.

बच्ची की हालत स्थिर है. स्त्रीरोग विशेषज्ञ, पीडियाट्रिक सर्जन और मनोरोग विशेषज्ञों द्वारा लगातार उसकी मानीटरिंग की जा रही है. बच्ची को लिक्विड डाइट दी जा रही है.

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