Ujjain District Hospital Civil Surgeon Transferred: मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित संभाग का सबसे बड़े सरकारी अस्पताल चरक भवन ख़ुद बीमार है. अफसरों की फौज के बावजूद अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार होने पर एनडीटीवी ने 18 दिन पहले सच उजागर किया था. इसके बाद डॉक्टर्स और सिविल सर्जन में मतभेद हो गए थे, जिसकी शिकायत सीएम मोहन यादव तक पहुंची थी. नतीजतन शासन ने सोमवार को सिविल सर्जन को हटा दिया है.
सिविल सर्जन डॉ अजय दिवाकर को पद से हटाया गया
बता दें कि कोयला फाटक के नजदीक संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल चरक भवन आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. इस छह मंजिला अस्पताल में बड़ी संख्या में डॉक्टर, कर्मचारी और अधिकारी तैनात हैं. इसके बावजूद यहां फैली अव्यवस्थाओं के कारण अस्पताल खुद बीमार नजर आता है. इसी हालात को देखते हुए 29 मई को एनडीटीवी ने अस्पताल परिसर से लेकर सभी मंजिल पर बने हर वार्ड में फैली अव्यवस्थाओं को उजागर किया था. जिसके बाद अव्यवस्थाओं को लेकर अन्य डॉ विक्रम रघुवंशी और स्टाफ का सिविल सर्जन डॉ अजय दिवाकर से विवाद हुआ था. वहीं शिकायत के बाद शासन ने डॉ दिवाकर को ट्रांसफर कर डिंडोरी भेज दिया और उनकी जगह सीएमएचओ अशोक कुमार पटेल को सिविल सर्जन बना दिया.
अस्पताल में यह हैं अव्यवस्था
जिला अस्पताल के बेसमेंट में पार्किंग में बाहरी लोगों की गाड़ियां पार्क होंने के साथ इमरजेंसी और शिशु वार्ड के पास सिवरेज का पानी सड़क पर बहने के कारण चारों ओर फैल रही है. सिवरेज के कारण कई माह से बदबू फैल रही है. मरीजों की सुविधा के लिए लगी 10 में से 6 लिफ्ट कई महीनों से बंद पड़ी है. शौचालयों में नल की टोटी, शीट और टाइल्स टूटी पड़ी है और प्रसूताओं को घर से पंखा लेकर आना पड़ रहा है.
सिविल सर्जन को हटाने पर आतिशबाजी
सिविल सर्जन डॉ दिवाकर का ट्रांसफर करने पर कर्मचारियों ने जमकर ढोल बजाकर नए सिविल सर्जन डॉ पटेल का स्वागत किया और बम फटाके फोड़े. वहीं डॉ पटेल ने कहा कि एनडीटीवी की खबर से अव्यवस्था की जानकारी उन्हें भी लगी थी. जल्द ही सभी व्यवस्था सुधार ली जाएगी.
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