Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. बुधवार रात चार बदमाशों ने एक युवक से 500 रुपए लूट लिए और उसके बाद बेरहमी से मारपीट कर बेहोशी की हालत में रेल पटरी पर फेंक दिया. ट्रेन की चपेट में आने से उसका एक पैर कट गया. खास बात यह है कि उज्जैन जीआरपी पुलिस ने युवक को रात में ही चरक अस्पताल में भर्ती तो करा दिया, लेकिन उसका कटा हुआ पैर 12 घंटे बाद अस्पताल पहुंचाया जा सका.
लुटेरों का शिकार हुआ युवक लखन पिता मांगीलाल (उम्र 34 वर्ष) ग्राम पलदुना का रहने वाला है. उज्जैन के चरक अस्पताल में भर्ती लखन ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन पर रहकर मजदूरी करता है. बुधवार रात करीब 8 बजे मजदूरी करने के बाद मक्सी रोड जीरो पॉइंट ब्रिज के पास खाना लेकर पटरी से होता हुआ देवासगेट आ रहा था.
इसी दौरान चार बदमाशों ने उसे पकड़ लिया. उन्होंने मारपीट कर उसके पास रखे 500 रुपए छीन लिए और फिर बेहोशी की हालत में उसे पटरी पर पटक दिया. जब होश आया तो उसका एक पैर कट चुका था और दूसरे पैर से भी खून बह रहा था. करीब दो घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से उसे अस्पताल भिजवाया.
लखन ने बताया कि उसने पुलिस से अनुरोध किया था कि पटरियों के पास कटा पड़ा उसका पैर भी साथ ले जाएं, लेकिन पुलिस ने उसकी बात नहीं मानी और केवल उसे अस्पताल पहुंचाकर भर्ती करा दिया.
एएसआई लेकर आए कटा पैर
घटना के करीब 12 घंटे बाद, गुरुवार सुबह उज्जैन जीआरपी थाने के एएसआई सावन सिंह लखन का कटा हुआ पैर घटना स्थल से अस्पताल लेकर पहुंचे. उन्होंने कहा कि लखन की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए सुबह तक केस दर्ज नहीं किया गया था. घायल की बहन को बुलाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि, एएसआई सावन सिंह इस बात का जवाब नहीं दे सके कि घटना स्थल से रात में ही पैर क्यों नहीं उठाकर अस्पताल पहुंचाया गया. इस मामले में जीआरपी एसपी पद्मविलोचन शुक्ल ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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