Tikamgarh : डेम का पानी छोड़ने से टापू पर फंसे 2 किसान, 36 घंटे बाद किया गया रेस्क्यू

MP News : जब पानी बढ़ने पर ये किसान फंस गए, तो जिला प्रशासन को सूचना मिली और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. कल पानी का तेज बहाव था, जिससे SDRF और NDRF की टीमें रेस्क्यू नहीं कर सकीं.

Advertisement
Read Time: 3 mins
T

Madhya Pradesh : टीकमगढ़ जिले में भारी बारिश और डेम से पानी छोड़ने के बाद टापू पर फंसे दो किसानों को 24 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सुरक्षित निकाला जा सका. टीकमगढ़ कलेक्टर अबधेश शर्मा की पहल पर, कलेक्टर ने कल रात कुड़ीला और खरीला दुबदेई गांव में डेरा डाले रखा. पहले दिन SDRF और NDRF की टीमों ने पानी के तेज बहाव के चलते हार मान ली.... तब कलेक्टर ने झांसी आर्मी से संपर्क कर सेना की मदद मांगी थी, लेकिन तेज बारिश के कारण हेलीकॉप्टर नहीं आ सके. आज दोपहर 1 बजे के आसपास पानी का बहाव कम होने पर NDRF की टीम ने मेहनत के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और दोनों किसानों को टापू से सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता हासिल की. इस दौरान मौके पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक रोहित केसवानी भी मौजूद रहे.

पानी में फंसे गांव के 2 किसान

भारी बारिश के कारण बाण सुजारा डेम का जल स्तर बढ़ गया था, जिसके चलते उसके 12 गेट खोले गए और 2500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे धसान नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया और आस-पास के गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. इसी कारण दुबदेई गांव में नदी के पास टापू पर खेती कर रहे किसान राममिलन यादव और चरण अपने खेत पर फंसे हुए थे.

Advertisement

जिला प्रशासन ने की मदद

जब पानी बढ़ने पर ये किसान फंस गए, तो जिला प्रशासन को सूचना मिली और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. कल पानी का तेज बहाव था, जिससे SDRF और NDRF की टीमें रेस्क्यू नहीं कर सकीं. टीकमगढ़ कलेक्टर ने आर्मी से हेलीकॉप्टर की मांग की थी, लेकिन तेज बारिश के चलते हेलीकॉप्टर नहीं आ सके और किसान रात भर टापू पर फंसे रहे. जिला प्रशासन ने उनकी हिम्मत बढ़ाई, जिसमें कलेक्टर अबधेश शर्मा और पुलिस अधीक्षक रोहित केसवानी भी रात में गांव में मौजूद रहे.

Advertisement

ये भी पढ़ें :

साड़ी का पल्लू कसकर महिला के साथ हैवानियत ! बदले के लिए शख्स ने पार की हदें

36 घंटे बाद किया रेस्क्यू

आज सुबह जैसे ही पानी का स्तर कम हुआ, NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर कलेक्टर की मौजूदगी में दोनों किसानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. दोनों किसान पूरी तरह से स्वस्थ हैं. टीकमगढ़ एसपी ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और नालों से दूर रहें और तेज बारिश के चलते बाढ़ से बचने का प्रयास करें. कलेक्टर ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता के लिए NDRF की टीम और जिला प्रशासन की टीम को बधाई दी है.

Advertisement

ये भी पढ़ें : 

"मैं तो तुम्हें देख रहा हूँ.... " प्रिंसिपल की हरकत के बाद भड़की छात्रा ने दर्ज कराई FIR

Topics mentioned in this article