Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में लगभग सभी शासकीय विभागों में आउटसोर्स कर्मियों की नियुक्ति की जा रही है, इससे क्षेत्र के युवाओं को आउटसोर्स कर्मी के रूप में रोजगार भी प्राप्त हो रहा है. प्रदेश सहित बालाघाट जिले में कई शासकीय विभागों में आउटसोर्स कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. लेकिन अब इस मामले पर ठगी और भ्रष्टाचार होने की भनक लगी है.
50 हजार से 2 लाख रुपये तक मांग की जाती है
बुधवार को बालाघाट के लांजी किरनापुर विधायक राजकुमार कर्राहे के पास क्षेत्र लोग आउट सोर्स की भर्ती के नाम पर हुई धांधली को लेकर पहुंचे थे, जिस पर विधायक ने जांच का भरोसा दिया है. अब इन्ही कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ा घोटाला और भ्रष्टाचार निकलकर सामने आ रहा है. आउट सोर्स में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से 50 हजार से 2 लाख रुपये तक की मांग की जाती है. नौकरी की लालच में बेरोजगार युवा कई बार कर्ज लेकर पैसों का इंतजाम करके ठगों को देते हैं, ताकि किसी प्रकार नौकरी मिल जाए.ऐसे कई मामलों में युवा ठगी का शिकार हो चुके , जिसको लेकर अब उनमें गुस्सा भी है.
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"मामले की बारीकी से जांच की जाएगी"
अब इस मामले पर बालाघाट के लांजी किरनापुर क्षेत्र के विधायक राजकुमार कर्राहे ने संज्ञान लिया है. विधायक ने कहा कि इस मामले की बारीकी से जांच की जाएगी. साथ विधायक ने कहा ये मामला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने भी रखा जाएगा.
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