Moharram की झांकियों में नहीं होगी तारों की उलझन, MP के इस जिले में पहली बार बनी हाइड्रोलिक ताजिया, जानिए क्या है खासयित

MP News: अकसर मोहर्रम पर निकलने वाले ताजिया को बिजली के तारों से बहुत परेशानी होती है. ऐसे में इन लोगों ने एक खास डिजाइन बना डाला, जिसमें हाइड्रोलिक लगाया गया है.

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Hydraulic Tajiya: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले में पहली बार मुहर्रम पर हाइड्रोलिक सिस्टम का ताजिया (Hydraulic System Tajiya) बनाया गया है. यह ताजिया 16 फिट लंबा बना है. इस ताजिया में हाइड्रोलिक सिस्टम होने से यह 10 फिट ऊंचा उठाया जा सकता है. जिससे इसकी लंबाई 26 फिट हो जाती है. इस ताजिया को देखने के लिए लोगों का मजमा लगा हुआ है. इस हाइड्रोलिक सिस्टम का ताजिया वदान मुहल्ले के शहीद अहमद ने बनवाया है. उनका कहना है कि ताजिया निकलते वक्त हमेशा बिजली के तारों की समस्या होती थी. 

ऐसे बनाया हाइड्रोलिक ताजिया

इस खास ताजिया को बनाने के लिए ताजिया के नीचे स्टील का फ्रेम बनवाया और फिर उसमें एक मोटर लगाकर उसे हाइड्रोलिक सिस्टम से जोड़ा गया. जिसमें यह ताजिया 10 फिट घटाया ओर बढ़ाया जा सकता है. जहां पर तार निकले हो तो ताजिया की लंबाई कम कर उसे निकाल सकते तारों को हटाने की समस्या दूर होगी. यह तकनीकी लोगों को काफी पसंद आई. हालांकि, यह हाइड्रोलिक सिस्टम का ताजिया महंगा जरूर है. जिसकी लागत दो लाख रुपया बताई जा रही है. यह ताजिया 20 किलो अबरक से बनाया गया. शहीद का कहना रहा उन्होंने मोबाइल पर इस तरह का ताजिया देखा था.

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20 दिनों में तैयार हुआ ताजिया 

शहीद ने प्लानिग कर अनोखे ताजिये के निर्माण की सोची. फिर क्या 20 दिन में यह ताजिया बना कर ही दम लिया. जिसे ऊपर से निकली केविलों को देखते हुए ताजिये की ऊंचाई कम और बड़ा सकते है. इस ताजिया को बनाने में पांच लोगों ने दिन-रात मेहनत कर इसका निर्माण किया गया. यह ताजिया जिले में मुस्लिम भाइयों को प्रेरणा देने का काम जरूर करेगा. यदि सभी मुस्लिम भाई हाइड्रोलिक सिस्टम से ताजिया बनाकर निकालेंगे तो शहर में मुहर्रम के दिन होने बाली बिजली की समस्या से जरूर निजात मिलेगा.

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