Forest Department Chhatarpur: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले में वन विभाग (Forest Department) की जमीन पर दबंगों ने बहुत लंबे समय से कब्जा (Capture) कर रखा है. किसी ने घर बना लिए हैं, तो कोई खेत बनाकर खेती कर रहा है. लेकिन, ऐसे दबंग अब वन विभाग के टारगेट पर हैं. क्योंकि वन विभाग ने जब अवैध कब्जों की स्थिति जानने के लिए सर्वे कराया, तो करीब नौ हजार हेक्टेयर जमीन कब्जे (Land Capture) में पाई गई है. अब इन कब्जेदारों पर वन विभाग कार्रवाई की योजना बना रही है. जानकारी के अनुसार, कुछ कब्जाधारी तो ऐसे हैं, जिन्होंने जमीनों की रजिस्ट्रियां (Land Registries) तक करा ली हैं. इन रजिस्ट्रियों को कैंसिल कराने की कार्रवाई भी वन विभाग ने शुरू कर दी है.
इस तरह से हो रहा सरकारी भूमि पर कब्जा
जिलेभर की बात करें, तो बक्सवाहा, बडामलहरा और बारीगढ़ में सरकारी भूमि पर कब्जा होने की समस्या दूर नहीं हो सकी है. जिले के बृजपुरा में वनभूमि पर कब्जा कर खेती की जा रही थी. इसकी शिकायतें जब सामने आईं, तो वन विभाग की कार्रवाई हुई और जब मौके पर टीम पहुंची, तो वन विभाग के पेड़ों की जगह खेती होती मिली. इसे जानकारी मिलते ही नष्ट कराया गया. इस तरह के उदाहरण जिलेभर में कई जगह से सामने आई हैं, जहां लोग दबंगई से वनभूमि पर सालों से कब्जा कर खेती कर रहे हैं.
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कार्रवाई करने की तैयारी में वन विभाग
छतरपुर में करीब नौ हजार हेक्टेयर पर कब्जा की स्थिति सामने आई है. इसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. वनभूमि पर जिनकी रजिस्ट्रियां हो गई हैं, उनको कैंसिल कराने के प्रस्ताव भी भेजे गए हैं. किशनगढ़ क्षेत्र में वनभूमि पर सबसे ज्यादा कब्जा दबंगों का सामने निकल कर आया है. जहां कोई जमीन को खेतों में तब्दील करके खेती कर रहा है, तो किसी ने कब्जा जमा रखा है.
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