दादी की अनोखी इच्छा को किया दूल्हे राजा ने पूरा, दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बैठाकर की विदाई की रस्म पूरी

बताया जा रहा है कि दुल्हन की दादी की शुरू से इच्छा थी कि मेरी लाडली पोती बड़े नाजो से पली बढ़ी है. इसलिए इसकी शादी में विदाई हेलीकॉप्टर से होनी चाहिए. जल्दी ही यह मंगलबेला नजदीक आ गई और पोती का रिश्ता धार जिले के रहने वाले एक लड़के के साथ तय हो गया. इसके बाद जब इस बात की भनक दूल्हे राजा को लगी. तब दूल्हे ने अपनी मंगेतर की दादी का मान रखने की ठान ली.

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दादी की इच्छा को किया गया पूरा

Madhya Pradesh News: किसी भी घर की असली जान उस घर के बड़े - बुजुर्ग ही होते हैं. उनकी हर इच्छा का सम्मान करना घर के हर सदस्य की जिम्मेदारी होती है, लेकिन कभी -कभी बुजुर्गों की इच्छा भी बड़ी अनोखी होती है. ऐसी ही एक अनोखी इच्छा को रतलाम के नामली में पूर किया गया.

किराए के हेलीकॉप्टर से हुई विदाई

दरअसल शादी तय होने के बाद दूल्हे राजा रविराज सिंह को पता चली कि उनकी होने वाली दादी सास की इच्छा है कि दुल्हन चेतना कुंवर की विदाई हेलीकॉप्टर से होनी चाहिए. तब दूल्हे ने अपनी मंगेतर की दादी का मान रखने के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लिया. और फिर परिजनों ने शादी की रस्म पूरी करने के बाद हेलीकॉप्टर से दुल्हन की विदाई करवाई.

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दादी की इच्छा पूरी करने के लिए लाया गया हेलीकॉप्टर

दूल्हे राजा ने पूरी की दादी सास की इच्छा

बताया जा रहा है कि दुल्हन की दादी की शुरू से इच्छा थी कि मेरी लाडली पोती बड़े नाजो से पली बढ़ी है. इसलिए इसकी शादी में विदाई हेलीकॉप्टर से होनी चाहिए. जल्दी ही यह मंगलबेला नजदीक आ गई और पोती का रिश्ता धार जिले के रहने वाले एक लड़के के साथ तय हो गया. इसके बाद जब इस बात की भनक दूल्हे राजा को लगी. तब दूल्हे ने अपनी मंगेतर की दादी का मान रखने की ठान ली. दोनों परिवार भी इस योजना में सहर्ष तैयार हो गए. सारी तैयारियों की जिम्मेदारी लड़की के परिजनों ले ली तथा सभी इस काम मे जुट गए. 5 मार्च को दूल्हा हेलीकॉप्टर लेकर आया ओर 6 मार्च को अपनी दुल्हन को लेकर हेलीकॉप्टर में उड़ा ले गया.

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हेलीपैड की परमिशन में जुट गया था परिवार

शाही अंदाज में शादी समारोह की तैयारी और हेलीकॉप्टर लैंडिंग के लिए परिवारवाले मिलकर जुट गए. नामली स्थित एक खेत में स्थान तय करने के बाद प्रशासन से परमिशन का आवेदन दिया गया. इसक बाद प्रशासन की तरफ से उन्हें अनुमति मिल गई. इसके बाद  हेलीपैड तैयार किया गया. हेलीकॉप्टर के लिए परिवार ने बकायदा उदयपुर कंपनी से संपर्क किया और वहां से इस दिन के लिए हेलीकॉप्टर मिल भी गया. और आखिर में दादी की इच्छा पूरी हो गई.

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