उज्जैन : काउंसलर ने दो पत्नियों के बीच पति का किया बंटवारा, 15-15 दिन रहेगा साथ

मध्यप्रदेश के उज्जैन में दो पत्नियों ने अपने पति का बंटवारा किया है. पहली पत्नी के साथ 15 दिनों तक और दूसरी पत्नी के साथ पति 15 दिनों तक रहेगा. काउंसलर के इस फैसले को तीनों लोगों ने स्वीकार कर लिया है.

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उज्जैन में दो पत्नियों ने किया पति का बंटवारा.
उज्जैन:

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में दो महिलाओं के बीच पति का बंटवारा किया गया है. आपको सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन ये सच है. कोर्ट के बाहर हुए इस फैसले की जमकर चर्चा हो रही है. दरअसल, एक मजदूर की दो पत्नियां है और दोनों ही उसके साथ रहने के लिए  झगड़ रही थी. इसी दौरान एक महिला अपने पति के खिलाफ शिकायत करने के लिए महिला थाने पहुंच गई. पुलिस ने मामला महिला परामर्श केंद्र में भेज दिया. इस दौरान काउंसलर ने ऐसा रास्ता निकाला की अब दोनों पत्नियाों के साथ उनका पति रह सकता है. समझौते के मुताबिक पति 15 दिन एक पत्नी के साथ और 15 दिन दूसरी पत्नी के साथ रहेगा. 

तलाक से पहले मुकेश ने कर ली दूसरी शादी 

दरअसल, पूरा मामला उज्जैन जिले के घटिया तहसील का है. यहां के मुकेश की 15 साल पहले बामोरा निवासी रानी से शादी हुई थी. शादी के बाद दोनों का एक बेटा हुआ, लेकिन इस बीच दोनों में विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंच गया. इस मामले पर कोई फैसला हो पाता उससे पहले ही मुकेश ने करीब 8 साल पहले दूसरी शादी कर ली. उससे भी दो बच्चे हो गए. वहीं करीब तीन साल पहले कोर्ट ने  रानी को भी मुकेश के घर में ही रहने का फैसला सुना दिया. इस पर रानी  के घर आने पर दूसरी पत्नी नाराज होकर मायके चली गई.वहीं मुकेश रानी को लेकर इंदौर रहने चला गया, लेकिन सौतन को लेकर रानी और उसका वहां भी विवाद होने लगा और रानी ने मुकेश को जेल भिजवा दिया.

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महिला थाने में शिकायत के बाद फैसला

जेल से छूटने के बाद मुकेश वापस उज्जैन रहने आ गया. यहां उसने कहा कि दूसरी पत्नी मायके में रहेगी, लेकिन उसके और बच्चों के लिए पूरा खर्च देगा. इस पर दोनों में फिर विवाद हुआ और रानी ने महिला थाने में मुकेश की शिकायत कर दी. पुलिस ने मामला महिला परामर्श केंद्र में भेज दिया.

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काउंसलर ने निकाला बीच का रास्ता

परामर्श केंद्र में काउंसलर शोभा छानीवाला और आरक्षक प्रियंका सिंह परिहार रानी और मुकेश को बुलाकर समझाया. इसके लिए दोनों पत्नियों और पति को कोर्ट में बुलाया गया. काउंसलर ने बीच का रास्ता निकाला और फैसला किया कि 15 दिनों तक पति पहली पत्नी और 15  दिनों तक दूसरी पत्नी के साथ रहेगा. इतना ही नहीं काउंसलर ने कहा कि वह दोनों के बच्चों का भी खर्च उठाएगा.

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