संघर्ष से सफलता तक; MP सरकार की इस योजना से बदली एक मां की दुनिया

Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana: मालती वर्मा बताती हैं कि पति के निधन के बाद बच्चों की पढ़ाई रुकने की कगार पर थी. महिला एवं बाल विकास विभाग की बाल आशीर्वाद योजना और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रश्मि यादव की मदद से मेरे बच्चों को समय पर आर्थिक सहयोग मिला.

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Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana: नर्मदापुरम के इटारसी की मालती वर्मा के लिये मध्य प्रदेश सरकार की बाल आशीर्वाद योजना संकट में आशा की किरण साबित हुई है. मालती वर्मा दो बच्चों की मां हैं और इटारसी के वार्ड 14 में रहती हैं. उनके पति पुरुषोत्तम वर्मा का असमय निधन हो जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर हो गई. पति की मृत्यु के बाद मालती अकेले ही घर चलाने का प्रयास कर रही थीं, लेकिन सीमित आय के कारण बच्चों की पढ़ाई और पोषण का खर्च पूरा करना बहुत कठिन हो रहा था. उनके दोनों बच्चे आदित्य वर्मा और मुस्कान वर्मा शिक्षा जारी रखने में कठिनाई का सामना कर रहे थे.

कैसे मिली योजना की जानकारी?

इसी दौरान क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रश्मि यादव ने मालती वर्मा को बाल आशीर्वाद योजना की जानकारी दी. उनकी सलाह और मार्गदर्शन में मालती ने सन् 2023 में योजना का फॉर्म भरा. आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने और प्रक्रिया पूरी होने के बाद विभाग ने उनके बच्चों को स्पॉन्सरशिप सहायता स्वीकृत की.

योजना से मिला संबल

सन् 2024 में बेटी मुस्कान वर्मा के बैंक खाते में योजना के अंतर्गत ₹48,000 की राशि ट्रांसफर की गई. इस आर्थिक सहयोग से बच्चों की स्कूल फीस, यूनिफॉर्म, किताबें और पौष्टिक आहार का खर्च सुचारु रूप से पूरा होने लगा. नियमित मासिक सहायता ने शिक्षा को निरंतर बनाए रखा.आंगनवाड़ी और बाल संरक्षण समिति द्वारा लगातार निगरानी और परामर्श मिलता रहा.परिवार को अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ दिया गया.

बाल आशीर्वाद योजना से प्राप्त सहयोग के कारण दोनों बच्चे अब नियमित रूप से स्कूल जा रहे हैं और पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. आर्थिक सहयोग से न केवल उनकी शिक्षा सुरक्षित हुई बल्कि परिवार का आत्मविश्वास और स्थिरता भी बढ़ा. मुस्कान वर्मा की पढ़ाई अब बिना किसी रुकावट के जारी है और आदित्य वर्मा भी अपनी पढ़ाई में प्रगति कर रहा है.

मालती वर्मा बताती हैं कि पति के निधन के बाद बच्चों की पढ़ाई रुकने की कगार पर थी. महिला एवं बाल विकास विभाग की बाल आशीर्वाद योजना और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रश्मि यादव की मदद से मेरे बच्चों को समय पर आर्थिक सहयोग मिला. बेटी के खाते में प्राप्त राशि से स्कूल की फीस और आवश्यक खर्च आसानी से पूरे हो पाए. अब मुझे विश्वास है कि मेरे बच्चों का भविष्य सुरक्षित है.

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महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बाल आशीर्वाद योजना (स्पॉन्सरशिप योजना) का उद्देश्य ऐसे बच्चों को आर्थिक एवं सामाजिक सहयोग प्रदान करना है जिनके परिवार अचानक उत्पन्न कठिन परिस्थितियों के कारण बच्चों की शिक्षा और पोषण का खर्च वहन करने में असमर्थ हों. इस योजना से बच्चों को अपने परिवार में ही रहते हुए आवश्यक आर्थिक सहायता मिलती है, जिससे उनका पालन-पोषण और शिक्षा बाधित नहीं होती.

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