हॉस्टल में अव्यवस्थाओं की शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंची छात्राएं, परोसा जाता है घटिया खाना

छात्राओं का यह भी कहना था कि काफी लंबे समय से जारी इन अव्यवस्थाओं को लेकर वे कई बार छात्रावास अधीक्षिका से शिकायत कर चुकी हैं लेकिन समस्या का निराकरण करने के बजाय अधीक्षिका द्वारा छात्राओं को उल्टे डराया धमकाया जाता है ताकि वे इस मामले में किसी को शिकायत ना करें.

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हॉस्टल में अव्यवस्थाओं की शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंची छात्राएं

Shajapur Latest News: शाजापुर में शासकीय कन्या छात्रावास में अव्यवस्थाओं को लेकर बुधवार को हॉस्टल की छात्राएं बड़ी संख्या में अपनी शिकायत लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची और कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को परेशानियों से अवगत कराया. शाजापुर जिला मुख्यालय स्थित सीनियर बालिका छात्रावास क्रमांक 2 में रहने वाली इन छात्राओं का कहना है कि उन्हें काफी लंबे समय से घटिया स्तर का नाश्ता और भोजन दिया जा रहा है. शाम को स्नेक्स में सिर्फ परमल और कम दूध वाली चाय के साथ बेहद पतली पानीदार सब्जी खाने में परोसी जाती है जबकि हॉस्टल मैन्यू के मुताबिक उन्हें दोनों वक्त पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण खाना दिए जाने की बात की जाती है. 

छात्राओं का कहना था कि हॉस्टल का वॉटर कूलर भी काफी लंबे समय से खराब है और मजबूरन छात्राओं को दूषित पानी पीना पड़ रहा है. इन छात्राओं ने प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाया कि हॉस्टल में रहने वाली किसी छात्रा का अगर स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो उसे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के बजाय सीधे उसके घर पहुंचा दिया जाता है.

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अधीक्षिका पर डराने-धमकाने के आरोप
छात्राओं का यह भी कहना था कि काफी लंबे समय से जारी इन अव्यवस्थाओं को लेकर वे कई बार छात्रावास अधीक्षिका से शिकायत कर चुकी हैं लेकिन समस्या का निराकरण करने के बजाय अधीक्षिका द्वारा छात्राओं को उल्टे डराया धमकाया जाता है ताकि वे इस मामले में किसी को शिकायत ना करें.

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कलेक्टर ने छात्राओं की शिकायतों को सुन इस मामले में डिप्टी कलेक्टर और आदिम जाति कल्याण विभाग को जांच के आदेश दिए हैं. आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक मीना मंडलोई ने कहा कि छात्राओं की शिकायत प्राप्त हुई है. इस मामले में जांच कर उनकी सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा.

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सिर्फ कलेक्टर पर जताया भरोसा
हॉस्टल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर छात्राएं सुबह 11:00 बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंच गईं. इस दौरान आज निर्वाचन विभाग से जुड़ी बैठकों में कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल व्यस्त थे. कलेक्टर कार्यालय परिसर में जिला पंचायत सीईओ संतोष टैगोर और आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक मीना मंडलोई ने इन छात्राओं से कलेक्टर से मिलने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि वे अपनी परेशानी सिर्फ कलेक्टर को ही बताएंगी. जब तक कलेक्टर मीटिंग ले रहे थे छात्राएं परिसर में ही उनके फ्री होने का इंतजार करती रहीं. 

मीटिंग से फ्री होते ही कलेक्टर को जैसे ही इन छात्राओं के बारे में पता चला, उन्होंने अपने चेंबर में बुलाकर उनकी परेशानी सुनी और तुरंत मौके पर बुलाकर अधिकारियों को इस मामले की जांच के आदेश दिए. इन छात्राओं का कहना था कि वे सभी काफी हिम्मत जुटाकर कलेक्टर ऑफिस पहुंची हैं और कलेक्टर को ही अपनी बात कहना चाहती थीं ताकि इस मामले में जरूरी कार्रवाई हो सके.