Chhattisgarh Assembly Election Date: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है. दरअसलस, चुनाव आयोग ने सोमवार को विधानसभा चुनावों (State Assembly Election) की घोषणा करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) समेत देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव 7 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक कराए जाएंगे. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 17 नवंबर को एक चरण में वोटिंग होगी. वहीं, नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में दो चरणों में 7 नवंबर और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. दोनों ही राज्यों के परिणाम 3 दिसंबर को घोषित की जाएगी.
मध्य प्रदेश में 3 दिसंबर को आएंगे चुनाव परिणाम
चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई तारीख के मुताबिक मध्य प्रदेश में 21 अक्टूबर से नामांकन शुरू होगा और 30 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख होगी. इसके बाद 31 अक्टूबर को को नामांकन की जांच की जाएगी. उम्मीदवार अपना नाम 2 नवंबर तक वापस ले सकेंगे. मध्य प्रदेश में एक चरण में 17 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक साथ वोट डाले जाएंगे. मतों की गणना 3 दिसंबर को की जाएगी. यानी 3 दिसंबर को यह साफ हो जाएगा कि अपनी खोई हुई सीट कांग्रेस दोबारा हासिल कर पाती है या भाजपा कमल फिर से मध्य प्रदेश में खिलता है.
छत्तीसगढ़ में 7 व 17 नवंबर को 2 चरणों में होगा मतदान
वहीं, छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इसके लिए 21 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी और 30 अक्टूबर तक चलेगी. 31 अक्टूबर को नामांकन की जांच की जाएगी. 2 नवंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे. इस प्रक्रिया के बाद बचे हुए उम्मीदवार ही चुनाव में भाग ले सकेंगे. इसके बाद 3 चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी और 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे.
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ये हैं ताजा हालात
2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में 114 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि बीजेपी के खाते में 109 सीटें आईं थी. इसके बाद कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल के सामने पेश कर सत्ता हासिल की थी. इसके बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. हालांकि, डेढ़ साल बाद ही राज्य में नया राजनीतिक संकट उस वक्त खड़ा हो गया, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल का दामन थाम लिया था. इसके साथ ही बीजेपी बहुमत में आ गई. इसके बाद एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बन गए.
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