भ्रष्टाचार की बाढ़ में बह गई दो माह पहले बनी पुलिया! विधायक निधि के लगे थे 15 लाख रुपये

Betul Bridge Collapse: बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी विधानसभा में एक पुलिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. कमीशनखोरी के चक्कर में विधायक निधि से बनी ये पुलिया दो महीने में बह गई.

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बैतूल में दो महीने पहले बनी पुलिया बह गई

Betul News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी विधानसभा में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है. यहां विधायक निधि के 15 लाख रुपये की लागत से बनी पुलिया पहली ही बारिश में बह गई है. पुलिया बहने के कारण ग्रामीणों और ग्राम पंचायत के सरपंच ने विधायक गंगा उईके पर सीधा कमीशनखोरी का आरोप लगाया है. ये पुलिया बड़े समूह के लिए बहुत जरूरी मानी जाती थी, जिसके बह जाने के कारण लोगों का आना-जाना बुरी तरह से बाधित हुआ है.

दो महीने पहले बनी पुलिया पहली बारिश में बह गई

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, खोखरा रैय्यत ग्राम पंचायत में इस पुलिया का निर्माण विधायक ने अपने नजदीकी व्यक्ति को दिलवाया. नियमों के मुताबिक, निर्माण ग्राम पंचायत को कराना था, लेकिन विधायक ने दबाव डालकर पंचायत प्रतिनिधियों से बिल–बाउचर पर साइन करवा लिए और राशि आहरण करवा दी. ग्राम पंचायत के सरपंच का आरोप है कि विधायक निधि से काम दिलाने के लिए विधायक 20 प्रतिशत एडवांस कमीशन मांगती हैं. यही नहीं, कांग्रेस जिला अध्यक्ष निलय डागा ने तो यहां तक कह दिया कि घोड़ाडोंगरी में 50 प्रतिशत तक की कमीशनखोरी का खेल चल रहा है.

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भाजपा जिला अध्यक्ष ने दिया आश्वासन

भाजपा जिला अध्यक्ष ने कमीशनखोरी के आरोप लगाने पर घोड़ाडोंगरी विधायक से चर्चा करने और पुलिया निर्माण में भ्रष्टाचार की जांच और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. वहीं, विधायक गंगा उईके पर गंभीर आरोप लगने के बाद वे मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द पुलिया फिर से बनवाई जाए.

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