बंद कमरे में धर्मांतरण का खेल, मौजूद थे 50 ग्रामीण; पुलिस ने छापा मार टीचर समेत दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

Singrauli News: सिंगरौली जिले के एक गांव में धर्म-परिवर्तन का खेल चल रहा था. पुलिस ने जब छापा मारा तो 50 से ज्यादा ग्रामीण बंद कमरे में मिले. पुलिस ने एक टीचर के साथ अन्य आरोपी को भी हिरासत में लिया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Conversion: वैसे तो धर्मांतरण के खिलाफ कई कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी आए दिन कहीं न कहीं से धर्म परिवर्तन की खबरें आती रहती हैं. ताजा मामला मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में का है, जहां माड़ा थाना इलाके के करसुआ राजा गांव में धर्म परिवर्तन का खेल धड़ल्ले से चलाया जा रहा है. धर्मांतरण की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और धर्मांतरण को रोक दिया.

पुलिस ने धर्मांतरण करा रहे एक सरकारी शिक्षक सहित एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, मौके से पुलिस ने बड़ी संख्या में बाइबल को भी बरामद किया है.

बंद कमरे में चल रहा था खेल

पुलिस के अनुसार, माड़ा पुलिस को करसुआ राजा गांव के एक मकान में धर्म परिवर्तन की सूचना मिली थी. इसके बाद एक टीम ने मकान में छापा मारा तो वहां एक बंद कमरे में 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे. उनके साथ बाइबल और दूसरी धार्मिक सामग्री भी थी.

इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया है. आरोप है कि कमलेश साकेत करसुआ राजा गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं, जो अपने साथी अरबिंद साकेत के साथ मिलकर गांव के आसपास के लोगों को इकट्ठा कर उनको बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे थे. दोनों ही आरोपी करसुआ राजा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं.

Advertisement

धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह का एक सदस्य सरकारी शिक्षक

माड़ा थाना प्रभारी शिवपूजन मिश्रा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि करसुआ राजा गांव में धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा है. पुलिस छापेमारी के दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद थे. धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह के 2 सदस्यों को हिरासत में लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही है.

ये भी पढ़ें- फायर ब्रिगेड खराब होने पर विवादः ग्रामीणों पर SC-ST एक्ट के तहत केस, कांग्रेसी बोले- FIR रद्द करो

Advertisement

लोगों को किया जा रहा गुमराह

बंद कमरे में मौजूद धर्म परिवर्तन कर रहे लोगों के पास से कई बाइबल भी बरामद किया गया है, जिसे कब्जे में लिया गया है. वहां मौजूद लोगों को गुमराह किया जा रहा था और साथ ही उन्हें प्रलोभन भी दिया जा रहा था. हिरासत में लिए लोगों से पूछताछ की जा रही कि इनके तार कहां-कहां जुड़े हैं और इनके साथ कितने लोग और जुड़े हैं.

ये भी पढ़ें- Gwalior: शराब पीते समय मजदूरों में खूनी संघर्ष, चाकूबाजी में एक की मौत

Topics mentioned in this article