Gehu Kharidi: फिर सीहोर बना चैंपियन, एक महीने में हुई MSP पर गेहूं की रिकॉर्ड खरीदी

Gehu Kharidi In Sehore District: सीहोर जिले में इस बार गेहूं का बंपर उत्पादन ही नहीं हुआ है, बल्कि जिला MSP पर गेहूं खरीदी में भी चैंपियन बनकर उभरा है. इस तरह सीहोर ने समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी में नया रिकॉर्ड बनाया है. उपार्जन केंद्रों पर इस बार टारगेट से अधिक गेहूं की खरीदी हुई. 

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Sehore become champion in Wheat Purchase in Madhya Pradesh

Genu Kharidi In Sehore: मध्य प्रदेश का सीहोर जिला गेहूं उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, जहां शरबती से लेकर अन्य प्रजाति की गेहूं किस्मों की अच्छी पैदावार होती है, लेकिन इस बार सीहोर जिला समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के मामले में भी पूरे प्रदेश में अव्वल आया है, जहां उपार्जन केंद्रों पर टारगेट से अधिक गेहूं की खरीदी की गई है. 

सीहोर जिले में इस बार गेहूं का बंपर उत्पादन ही नहीं हुआ है, बल्कि जिला MSP पर गेहूं खरीदी में भी चैंपियन बनकर उभरा है. इस तरह सीहोर ने समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी में नया रिकॉर्ड बनाया है. उपार्जन केंद्रों पर इस बार टारगेट से अधिक गेहूं की खरीदी हुई. 

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सिर्फ एक महीने में हुई 5 लाख 47 हजार मीट्रिक टन की गेहूं की खरीदी

पिछले साल पूरे सीजन में सीहोर जिले में 5 लाख 6 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था, लेकिन इस बार सिर्फ एक महीने में 5 लाख 47 हजार मीट्रिक टन की खरीदी हो चुकी है. इस तरह सीहोर प्रदेश में गेहूं खरीदी में अव्वल आया है. दूसरे नंबर पर उज्जैन है, जहां 4 लाख 68 हजार टन और तीसरे नंबर पर विदिशा है, जहां 2 लाख 97 हजार मीट्रिक टन खरीदी हुई है. 

बुवाई से लेकर कटाई तक इस बार मौसम किसानी के अनुकूल रहा

उल्लेखनीय है कि इस बार मौसम अनुकूल रहा. फसल की बुवाई से लेकर कटाई तक बारिश ने साथ दिया. कटाई के समय मौसम साफ रहा. इससे फसल की निकासी में कोई रुकावट नहीं आई. खास बात यह रही कि किसानों को उपज का भुगतान भी 3 से 7 दिन में मिल रहा है.

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दरअसल, इस बार सीहोर को समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में अव्वल बनाने में मौसम ने अच्छा साथ दिया. वहींं, उपार्जन केंद्रों पर किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस भी मिल रहा है. यही कारण है कि किसान बड़ी संख्या में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने केन्द्रों पर आ रहे हैं.

सीहोर के उपार्जन केंद्रों में 15 मार्च से शुरू हुई खरीदी 5 मई तक जारी रहेगी

रिपोर्ट के मुताबिक जिले में उपार्जन नीति के तहत केन्द्रों पर 15 मार्च से खरीदी शुरू हुई थी, जो आगामी 5 मई तक जारी रहेगी. 16 अप्रैल तक सीहोर जिले में 5 लाख 47 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. पिछले साल यह खरीदी 20 मार्च से शुरू होकर 31 मई तक चली थी, लेकिन इस बार 5 मई तक ही खरीदी होनी है.

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बीते वर्ष की तुलना में गेहूं का रकबा बढ़कर 3 लाख 51 हजार हेक्टेयर हुआ है

गौरतलब है कि जिले में गेहूं का रकबा 3 लाख 51 हजार हेक्टेयर है. यह रकबा बीते वर्ष की तुलना में बढ़ा है.  इस बार सीहोर जिले में गेहूं की पैदावार भी अच्छी देखने को मिल रही है. सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी आकाश चंदेल ने बताया कि इस समय टारगेट से ज्यादा गेहूं खरीदी की जा चुकी है, खरीदी 5 मई तक की जाएगी.

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किसानों को उपार्जन केंद्रों में समर्थन मूल्य पर इस बार गेहूं बेचने के लिए कुल 51 दिन का समय मिलेगा. अब तक किसानों को 1229 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है और पूरे सीजन में अब तक 1400 करोड़ की खरीदी हो चुकी है.

 इस बार 6 लाख मीट्रिक टन या उससे अधिक की हो सकती है गेहूं की खरीदी

सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी सीहोर आकाश चंदेल ने अनुमान जताया है कि सीहोर जिले में इस बार 6 लाख मीट्रिक टन से अधिक या उससे अधिक भी गेहूं खरीदा जा सकता है। गेहूं बेचने के लिए जिले भर में 88 हजार 992 किसानों ने पंजीयन कराया है। इसमें 63 हजार 251 किसान अभी तक अपनी उपज बेच चुके हैं।

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