आयुष्मान भारत के तहत डिजिटल सेवाएं देने वाला MP का पहला जिला बना सीहोर, 6 अस्पतालों में सेवाएं शुरू

सीहोर में प्रशासन द्वारा जिले के 6 अस्पतालों में आयुष्मान भारत के तहत डिजिटल सेवाएं दी जा रही हैं. इससे लोगों को लंबी लाइनों और बीमारी के दस्तावेजों से राहत मिलेगी.

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जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर प्रवीण सिंह की अध्यक्षता में आयोजित टीएल बैठक में डिजिटल सेवाओं को पीपीटी के माध्यम से सीएमएचओ डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने प्रस्तुत किया.
सीहोर:

आयुष्मान भारत डिजिटल योजना (Ayushman Bharat Digital Services) के अन्तर्गत सीहोर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने प्रयास लगातार किया जा रहा है. इसके तहत सीहोर जिला मध्य प्रदेश का पहला जिला बन गया है, जिसने आयुष्मान भारत के तहत डिजिटल सेवाएं देना शुरू किया है. इसके तहत प्रत्येक व्यक्ति की एक यूनिक आईडी यानी 'आभा' आईडी (ABHA Card) बनाई गई है. जिला पंचायत सभाकक्ष (District Panchayat Sehore) में कलेक्टर प्रवीण सिंह (Sehore Collector) की अध्यक्षता में आयोजित टीएल बैठक में इन डिजिटल सेवाओं को पीपीटी के माध्यम से सीएमएचओ डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया (Sehore CMHO) ने प्रस्तुत किया. इसमें बताया गया कि पिछले चार महीने से जिला अस्पताल सहित विकासखण्ड स्तरीय अस्पतालों में भी डिजिटल सेवांए शुरू कर दी गई हैं. 

जानकारी के मुताबिक नागरिकों को डिजिटल माध्यम से सुगम और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह के मार्गदर्शन में सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला अस्पताल सहित विकासखण्ड स्तरीय अस्पताल में भी डिजिटल सेवा शुरू की है. इसके लिए सरकारी और निजी स्वास्थ्य संचालकों के साथ कई दौर की बैठकें कर संचालन के लिए एसओपी तैयार किया गया है.

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7 लाख से अधिक लोगों की आभा आईडी तैयार

कलेक्टर प्रवीण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला अस्पताल सहित जिले के सभी विकासखण्ड स्तरीय अस्पतालों में क्यूआर कोड (QR Code Scanner) के माध्यम से स्कैन और शेयर की सुविधा दी जा रही है. उन्होंने बताया कि जिले के 7 लाख 43 हजार से अधिक नागरिकों की आभा आईडी तैयार कर ली गई है. इसके साथ ही जिले के 06 स्वास्थ्य केन्द्रों में स्कैनर लगाए गए हैं, जिससे अब मरीजों को लाइन में लगकर पर्ची बनवाने की जरूरत नहीं होगी. बल्कि वे स्वयं अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन कर और आवश्यक जानकारी दर्ज कर अपनी पर्ची जनरेट कर सकेंगे.

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 सीहोर जिला मुख्यालय सहित विकासखण्ड स्तरीय आभा ई-अस्पतालों में क्यूआर कोड स्कैनर लगाए गए हैं.

आभा आईडी में होगी मरीज की सारी जानकारी

आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के तहत तैयार की गई आभा आईडी हर नागरिक के हेल्थ एकाउंट (Health Account of Patient) का काम करेगी. इस हेल्थ एकाउंट में स्वास्थ्य से जुड़ी हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी जानकारी होगी. इसमें प्रत्येक मरीज का परीक्षण, बीमारी, डॉक्टर का अपॉइंटमेंट, डॉक्टर द्वारा दिया गया उपचार और दवाओं का विवरण होगा. आभा आईडी से मरीजों को डिजिटल स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर, त्वरित, सुगम और सुरक्षित लाभ प्राप्त हो सकेगा. आभा आईडी आधार नम्बर की तरह ही 14 अंकों की होगी. यह आईडी प्ले स्टोर से आयुष्मान भारत ऐप डाउनलोड कर आसानी से बनाई जा सकती है. इसके अंतर्गत सभी नागरिकों के हेल्थ रिकॉर्ड का एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. इस हेल्थ रिकॉर्ड को नागरिक जब चाहें, जहां चाहें इस्तेमाल कर सकेंगे.

मरीजों को पर्ची के लिए अब लाइन में लगने जरूरत नहीं

जिला मुख्यालय सहित जिले के विकासखण्ड स्तरीय आभा ई-अस्पतालों में स्कैनर लगाए गए हैं. जिससे अब मरीजों को लाइन में लगकर पर्ची बनवाने की जरूरत नहीं होगी. बल्कि वे स्वयं अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन कर और आवश्यक जानकारी दर्ज कर अपनी पर्ची जनरेट कर सकेंगे. मरीज अपने स्वास्थ्य रिकार्ड को डिजिटल रख सकते हैं. इसके लिए जिले के 06 अस्पतालों में पंजीयन काउंटर शुरू किए गए हैं. नागरिकों के लिए इस प्रक्रिया को आसान तरीके से समझाने के लिए डिस्पले बोर्ड भी लगाए गए हैं. जिला चिकित्सालय सहित आष्टा, इछावर, भैरूंदा, बुधनी और श्यामपुर अस्पतालों में स्कैनर और क्यूआर कोड लगाए गए हैं. इस प्रक्रिया से हेल्थ प्रोफेशनल्स आयुष्मान भारत के डिजिटल हेल्थ इको सिस्टम से जुड़ जाएंगे.

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