Satna: कर्मचारियों को पसंद नहीं थी भाजपा, सर्विस वोटर चाहते थे कांग्रेस जीते, ये है असल वजह

प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री रहे रामखेलावन पटेल भी सर्विस वोटरों को पसंद नहीं आए. यहां रामखेलावन को मात्र 442 वोट मिले. जबकि पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ राजेन्द्र कुमार सिंह को डाक मतपत्रों में 1042 वोट मिले.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
सतना के सर्विस वोटर्स का आंकड़ा कांग्रेस के पक्ष में

MP Assembly Election Results 2023: मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) में भाजपा (BJP) ने तूफानी जीत दर्ज की. यहां 'लाड़ली बहना योजना' की ऐसी आंधी चली कि सारे सियासी पंडित धूल चाटने को विवश हो गए. इन सब के बीच जब सर्विस वोटर का आंकलन हुआ तो यह तथ्य सामने आया कि कर्मचारियों को भाजपा पसंद नहीं आई. अविभाजित सतना (Satna) की कुल सात सीटों के समीकरण से देखें तो यहां कर्मचारियों ने कांग्रेस (Congress) को अधिक वोट दिए. 

प्रदेश का कर्मचारी वर्ग चाहता था कि प्रदेश की सरकार बदले. हालांकि ओवर ऑल नतीजों में ये आंकड़े दबकर रह गए. सर्विस वोटर पुरानी पेंशन को लेकर लड़ाई लड़ रहा है. कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने का वादा कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किया था. इसी आधार पर कर्मचारियों ने कांग्रेस को अधिक वोट दिए. यहां के आंकड़ों को देखा जाए तो कांग्रेस के सभी प्रत्याशी बीजेपी उम्मीदवारों से कहीं अधिक वोट पाए, लेकिन जनता ने अधिकांश सीटों पर इससे इतर जनमत दिया.

यह भी पढ़ें : 6 साल में 4 बार जीतकर इस विधायक ने रच दिया इतिहास, भाभी से लेकर भतीजे को दी मात

सांसद गणेश सिंह से दिखी खासी नाराजगी

विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी ने अपने सांसद गणेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा. सांसद गणेश सिंह को न केवल आम मतदाताओं ने नकार दिया बल्कि सर्विस वोटरों ने भी बिल्कुल पसंद नहीं किया. यहां सांसद गणेश सिंह को डाक मतपत्र से मात्र 598 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी सिद्धार्थ कुशवाहा को 1430 मत प्राप्त हुए.

Advertisement

मंत्री भी नहीं आए रास

प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री रहे रामखेलावन पटेल भी सर्विस वोटरों को पसंद नहीं आए. यहां रामखेलावन को मात्र 442 वोट मिले. जबकि पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ राजेन्द्र कुमार सिंह को डाक मतपत्रों में 1042 वोट मिले.

जीत वाली सीटों पर भी कम वोट मिले

जिले की पांच सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की. देखा जाए तो जिन उम्मीदवारों के सिर जीत का सेहरा बंधा उन्हें भी डाक मतपत्रों में हार मिली है. रैगांव में एकतरफा जीतने वाली प्रतिमा बागरी को डाक मतपत्र से 661 वोट प्राप्त हुए जबकि कल्पना वर्मा को 725 वोट मिले. इसके अलावा नागौद में अभेद किला रखने वाले नागेन्द्र सिंह को 472 और कांग्रेस प्रत्याशी डॉ रश्मि सिंह को 812 वोट मिले. 

Advertisement

यह भी पढ़ें : चंद रुपयों और सियासी फायदे से बढ़कर है 'लाडली बहना', सरकार ने 100 दिनों में कैसे सफलतापूर्वक किस्त पहुंचाई?

चित्रकूट में दूसरी बार विधायक बने सुरेन्द्र सिंह को 360 और हैट्रिक से चूके कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु को 946 मत प्राप्त हुए. वहीं दूसरी बार बड़े अंतर से जीत दर्ज करने वाले रामपुर बाघेलान विधायक विक्रम सिंह विक्की को 502 और कांग्रेस प्रत्याशी रामशंकर पयासी को 908 वोट मिले. इसके अलावा मैहर के भाजपा प्रत्याशी श्रीकांत चतुर्वेदी को  345 मत मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशी धर्मेश घई को 536 वोट मिले.

Advertisement