छतरपुर में सरपंच पति की गुंडागर्दी, अपहृत युवक को छुड़ाने गई पुलिस पर पथराव

मध्यप्रदेश के छतरपुर में भी कानपुर के विकास दुबे जैसा कांड होते-होते रह गया. दरअसल के गौर गांव में पुलिस एक अपहृत शख्स को छुड़ाने गई थी लेकिन अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया. हक्की-बक्की पुलिस जब तक कुछ सोच पाती दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.

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मध्यप्रदेश के छतरपुर में भी कानपुर के विकास दुबे जैसा कांड होते-होते रह गया. दरअसल के गौर गांव में पुलिस एक अपहृत शख्स को छुड़ाने गई थी लेकिन अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया. हक्की-बक्की पुलिस जब तक कुछ सोच पाती दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. जिसके बाद उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. बाद में जब मामले की सूचना आला पुलिस अधिकारियों को लगी तो वे भारी दलबल के साथ मौके पर पुहंचे और न सिर्फ अपहृत शख्स को छुड़ाया बल्कि मुख्य आरोपी दीपू यादव को भी धर दबोचा. 
मिली जानकारी के मुताबिक गौर गांव में कुशवाहा समाज की एक महिला सोमवार को पुलिस के पास गई थी. उसने लिखित में शिकायत दर्ज कराई की उसने पति का अपहरण कर लिया गया है. महिला के मुताबिक उसका पति दीपू यादव के पास है. दीपू यादव का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. उसकी पत्नी फिलहाल गांव की सरपंच है.

शिकायत पर कार्रवाई करते हुए गढ़ीमलहरा थाने की 5 पुलिसकर्मियों की एक टीम रात में दीपू के घर पहुंची. लेकिन दीपू और उसके समर्थकों ने छतों से पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.

जिसके बाद बिना तैयारी के पहुंची पुलिस को वापस लौटना पड़ा. इसके बाद एसडीओपी नौगांव चंचलेश मरकाम के नेतृत्व में भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और आरोपियों के घर में दबिश दी. पुलिस की बड़ी टीम को देखते हुए कई आरोपी फरार हो गए. हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपी दीपू यादव को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिस ने उसके कब्जे से महिला के पति को भी छुड़ा लिया. छतरपुर एसपी अमित सांघी ने बताया कि मुख्य आरोपी दीपू यादव पर आईपीसी धारा 365,353, 147 और 148 के तहत कार्रवाई की जा रही है. दूसरे आरोपियों के भी तलाश में छापेमारी जारी है. घायल पुलिसकर्मियों को फिलहाल अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. पुलिस ने करीब 10 लोगों पर मामला दर्ज किया है. 

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