Samvida Niti 2023: संविदा नीति को लेकर मनरेगा के संविदा इंजीनियर देंगे सामूहिक इस्तीफा, जानिए क्या हैं मांगें?

Samvida Niti 2023: इंजीनियर अनिल पाण्डेय ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में नई संविदा नीति 22 जुलाई 2023 को लागू की गई थी. जिसका लाभ ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य, पाठ्य पुस्तक निगम सहित अन्य विभागों को मिल रहा है, लेकिन मनरेगा में काम करने वाले इंजीनियरों पर इसे लागू नहीं किया गया.

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Samvida Niti 2023: संविदा नीति को लेकर मनरेगा के संविदा इंजीनियर देंगे सामूहिक इस्तीफा, जानिए क्या हैं मांगें?

Samvida Niti 2023 MP: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम में संविदा आधार पर पिछले डेढ़ दशक से सेवाएं दे रहे इंजीनियरों ने अब आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि यदि पांच दिन के अंदर उन्हें संविदा नीति 2023 का लाभ नहीं मिलता तब वह सामूहिक रुप से इस्तीफा दे देंगे और परिवार के साथ आत्महत्या करने को विवश होंगे. ज्ञात हो कि मनरेगा अभियंता संघ मध्य प्रदेश के आहवान पर प्रदेश भर के संविदा इंजीनियर पिछले चालीस दिनों से कलम बंद हड़ताल पर हैं, जिससे पंचायत के काम प्रभावित हैं.

इंजीनियर्स का क्या कहना है?

इंजीनियर अनिल पाण्डेय ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में नई संविदा नीति 22 जुलाई 2023 को लागू की गई थी. जिसका लाभ ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य, पाठ्य पुस्तक निगम सहित अन्य विभागों को मिल रहा है, लेकिन मनरेगा में काम करने वाले इंजीनियरों पर इसे लागू नहीं किया गया. इंजीनियरों का दावा है कि यदि यह नीति लागू कर दी जाए तो प्रदेश के हजारों इंजीनियरों की आधे से अधिक समस्याओं का समाधान हो जाएगा. लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है, जिससे इंजीनियरों का परिवार तमाम तरह की परेशानियां झेल रहा है.

क्या हैं मांगें?

  • मनरेगा इंजीनियरों पर किसी गलती पर संविदा समाप्त करने की कार्रवाई की जगह उनका भी निलंबन किया जाए.
  • दुर्घटनाग्रस्त इंजीनियरों को भी बीमा सहायता का लाभ दिया जाए.
  • मृत संविदा उपयंत्रियों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देकर सहायता मिले.
  • रिटायर्ड संविदा इंजीनियरों को गे्रच्युटी का लाभ दिया जाए.
  • मनरेगा में संविदा नीति 2023 को लागू किया जाए.

पांच दिन में निर्णय नहीं तो विकास भवन में धरना

कलेक्टर कार्यालय सतना पहुंचे मनरेगा इंजीनियरों ने ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि यदि पांच दिन के अंदर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह  सामूहिक रुप से इस्तीफा देंगे. इसके बाद विकास भवन भोपाल में माता-पिता, पत्नी और बच्चों को साथ लेकर आंदोलन करेंगे. यह आंदोलन न केवल प्रदेश स्तर पर होगा बल्कि जिलों में भी इसी प्रकार से अनशन करेंगे. यदि यहां पर भी बात नहीं बनी तो परिवार सहित आत्महत्या कर लेंगे. जिसकी जिम्मेदार शासन प्रशासन की होगी.

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