ASI Dismissed From Service: सागर जिले में एडिशनल एसपी डॉ. संजीव उईके का फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोपी एक एएसआई को ड्यूटी से बर्खास्त कर दिया गया है. पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता के गंभीर आरोप में आरोपी एएसआई को डीआईजी शशिंद्र चौहान ने सेवा समाप्ति के आदेश जारी किए.
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मर्ग जांच से संबंधित ड्राफ्ट को बिना एएसपी को दिखाए ASI ने भेजा था एफएसएल
रिपोर्ट के मुताबिक एएसआई रामजी सिंह राजपूत द्वारा एएसपी संजीव उईके के फर्जी हस्ताक्षर का मामला तब सामने आया जब एएसआई ने मर्ग जांच से संबंधित एक ड्राफ्ट और सामग्री को एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) भेजा. इस ड्राफ्ट पर उन्होंने एसपी के नाम से फर्जी साइन किए. एफएसएल अधिकारी ने फर्जी हस्ताक्षर की पुष्टि एएसपी से फोन करके कर ली.
जांच में दोषी पाए गए एएसआई रामजी सिंह राजपूत को सेवा बर्खास्त किया गया
गौरतलब है अपने फर्जी हस्ताक्षर को लेकर एएसपी डॉ. उईके ने मामले की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी, जिसके बाद विभागीय जांच एडिशनल एसपी लोकेश सिन्हा को सौंपी गई. जांच रिपोर्ट में एएसआई राजपूत दोषी पाए गए. इसके आधार पर डीआईजी शशिंद्र चौहान ने राजपूत की सेवा समाप्त करने के आदेश जारी किए.
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मर्ग जांच में बरती लापरवाही को छिपाने के प्रयास में एएसआई ने किया था फर्जीवाड़ा
जानकारी के अनुसार एएसआई राजपूत ने मर्ग जांच के दौरान गंभीर लापरवाही बरती थी. अपनी गलती छिपाने के प्रयास में उन्होंने यह फर्जीवाड़ा किया और ड्राफ्ट को सीधे एफएसएल भेज दिया. जांच में यह भी सामने आया कि प्रक्रिया के अनुसार ड्राफ्ट एडिशनल एसपी की अनुमति से ही भेजा जाना चाहिए था.
जांच में दोषी पाए जाने पर एएसआई रामजी सिंह राजपूत के खिलाफ हुई कार्रवाई
एडिशनल एसपी डॉ. संजीव उईके ने बताया कि, एफएसएल अधिकारी उनके हस्ताक्षर को पहचानते हैं. जब उन्होंने मुझसे ड्राफ्ट की पुष्टि की तो देखा कि साइन पूरी तरह फर्जी थे. एएसपी ने आगे कहा, मैंने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया. जांच में दोषी पाए जाने पर डीआईजी द्वारा कार्रवाई की गई है.
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फर्जी हस्ताक्षर की घटना के बाद थानों और चौकियों के प्रभारियों को किया गया सतर्क
उल्लेखनीय है एएसपी के फर्जी हस्ताक्षर की घटना के बाद जिले के थानों और चौकियों के प्रभारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता, लापरवाही या फर्जीवाड़ा पुलिस सेवा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.